प्रदेश सरकार आवारा जानवरों के लिए गौशालाओं का निर्माण तो करा चुकी है मगर उनके अधीनस्थ अधिकारी एवं कर्मचारी इन जानवरों के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। जिससे किसानों को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। रविवार की सुबह विकासखंड औरैया के ग्राम तुर्कीपुर चित्तर सिंह में किसानों ने रात भर जाग कर कई आवारा जानवरों को प्राथमिक विद्यालय में बंद कर दिया। किसानों का आरोप है कि गौशाला जब खुली है तो इन जानवरों को वहां क्यों नहीं रखा जाता। कहा कि किसान रात रात भर जाग कर अपनी फसलों की रखवाली करता है।

यदि थोड़ी सी भी चूक हो जाए तो यह आवारा जानवर कुछ ही समय में उनकी पूरी फसल को बर्बाद कर देते हैं। उनका कहना है यदि उनकी फसल ही नहीं बचेगी तो वह अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे। उन्होंने जिला प्रशासन सहित उत्तर प्रदेश सरकार से इन आवारा गोवंश के लिए को खेतों से हटाकर गौशालाओं में पहुंचाने की मांग की है। किसान प्रदीप का कहना है कि सरकार ने तो गौशाला बना दी हैं मगर उनके अधीनस्थ और कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। आए दिन यह गोवंश कटीले तारों एवं वाहनों की टक्कर से मौत के मुंह में जा रहे हैं और चील, कौए एवं कुत्ते उन्हें नोच नोच कर खा भी जाते हैं। इस ओर भी प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। तमाम ऐसे संगठन भी है जो स्वयं को गौ रक्षक कहते हैं मगर उनका भी कोई अता पता नहीं है।