देश के लगभग 10 लाख सरकारी बैंक कर्मचारी आज सड़को पर है और इसकी वजह है बैंकों का निजीकरण। मन्दसौर के भी लगभग 600 बैंक कर्मचारी आज हड़ताल पर है और गुरुवार सुबह शहर के गांधी चौराहा पर इन कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।

बैंकों की दो दिनों तक चलने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आज पहला दिन है और बैंकों के कर्मचारियों का कहना है कि राष्ट्रीयकृत बैंकों का निजीकरण जनता के साथ धोखा है। बैंकिंग सेक्टर में कार्यरत लोगो ने साफ तौर पर केंद्र सरकार पर ये आरोप लगाया है कि कुछ कॉर्पोरेट समूहों को लाभ पहुचाने के लिए बैंकों का निजीकरण किया जा रहा है।
इतना ही नही सड़को पर उतरे इन कर्मचारियों ने मोदी सरकार हाय-हाय और वित्तमंत्री होश में आओ जैसे नारे भी लगाए है। वही संसद में आने वाले नए बैंकिंग अमेंडमेंट बिल का भी विरोध किया जा रहा है।

बैंकों के निजीकरण के खिलाफ दो दीनी हड़ताल के चलते व्यापारी वर्ग और जनता को बहुत असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।