अंकुर सैनी – सहारनपुर

बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। अभी धान की 50 प्रतिशत से ज्यादा फसल खेतों में है। किसी किसान ने धान की कटाई करके फसल खेत में छोड़ रखी थी तो, किसी ने अभी कटाई भी नहीं की। ओलावृष्टि और बरसात का में प्रभाव 12 से ज्यादा गांवों में हुआ, जहां पर किसानों को इतना भी मौका नहीं मिल पाया कि कटाई कर खेत में छोड़ी फसल को समेट पाते। वहीं, देर शाम शहर में भी बारिश शुरू हो गई।

किसानों ने कहा अपराह्न तीन बजे से चार बजे तक ओलावृष्टि और बरसात रही, तब तक वह लोग खेतों पर भी नहीं पहुंच पाए, इसके बाद जब खेतों में पहुंचे तो वहां फसल गिरी हुई थी और खेतों में पानी भरा था। इससे देखकर आंखों में पानी आ गया, क्योंकि उनके खेतों में खड़ी धान की फसल तैयार खड़ी थी, पिछले सप्ताह हुई बरसात के कारण सैकड़ों खेतों में फसल गिर गई थी। उस बरसात का पानी अभी खेतों से सूखा भी नहीं और अब ओलावृष्टि हो गई। पीड़ित किसानों ने बर्बाद फसल का मुआवजा दिलाने की मांग की है।