उत्तर प्रदेश सरकार योगी आदित्यनाथ की पुलिस उन्हीं को बदनाम करने में लगी हुई है। आए दिन पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल खड़े होते हैं लेकिन फिर भी यूपी पुलिस है सुधरने का नाम नहीं लेती है। आए दिन यूपी पुलिस के अजब गजब का नाम है देखने को मिलते हैं । ऐसा ही पुलिस का एक और कारनामा उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से प्रकाश में आया है जहां पर अमेठी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत महमूदपुर ग्राम सभा के बरबन सिंह का पुरवा में पूर्व बीडीसी रामखेलावन यादव एवं उनके भाई मुन्ना के द्वारा गांव में आर्केस्ट्रा का प्रोग्राम रखा गया ।

जिसमें बार बालाओं ने जमकर डांस किया । इसी दौरान एक बेख़ौफ़ युवक ने स्टेज पर चढ़कर बालाओं के साथ डांस करने के साथ अवैध असलहा लहराते हुए फायरिंग किया। जिससे वहां पर कुछ लोग बाल-बाल बच गए । युवक के द्वारा इस तरह अवैध तमंचे को लहराते हुए फायरिंग करने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा । जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ आनन-फानन में पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 392 21 धारा 147 307 34 188 269 270 व 07 सीरियल एक्टर और 08 स्त्री अशिष्ट रूपण अधिनियम में मुकदमा पंजीकृत कर उस तमंचा लहराते हुए फायर करने वाले युवक की तलाश शुरू कर दी ।

अमेठी कोतवाली पुलिस बदमाश और अपराधिक किस्म के युवक को तो नहीं पकड़ पाई किंतु ग्राम प्रधान सहित 3 निर्दोष लोगों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपाते हुए गंभीर धाराओं में जेल भेज दिया। जबकि पुलिस ने ना तो आयोजक रामखेलावन यादव को और ना ही आयोजक के भाई मुन्ना यादव एवं उनके घर वालों को पकड़ा यही नहीं अमेठी पुलिस मुख्य अभियुक्त को भी नहीं पकड़ सकी। अमेठी पुलिस अपराधियों के साथ हाथ मिलाकर निर्दोष लोगों को ही जेल भेज दिया। ग्राम प्रधान की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह ग्राम प्रधान पद पर होने के चलते अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया और पुलिस को सूचित नहीं किया था ।

जबकि पुलिस को सूचित करना और प्रशासन से अनुमति लेने का कार्य ग्राम प्रधान का नहीं बल्कि आयोजक का होता है । इस बात को अमेठी पुलिस ने भुला दिया। असली अपराधी अभी भी अवैध असलहा लेकर खुलेआम घूम रहा हैं और उनके हौसले तथा मनोबल बढ़े हुए हैं । क्योंकि उनको पता है की अमेठी पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती है । क्योंकि वह राजनैतिक लोगों द्वारा वरदहस्त प्राप्त व्यक्ति है। आखिर ऐसे में जब निर्दोष लोगों को सजा होगी तो वह भी एक दिन अपराधी बन जाएंगे और जो अपराधी हैं उनके हौसले इस कदर बुलंद हो जाएंगे की पुलिस के संभाले भी नहीं संभलेगा ।

लेकिन इससे पुलिस को क्या लेना देना वह आज यहां है तो कल कहीं और होगी इसका अंजाम भुक्ते ही सिर्फ क्षेत्रीय जनता। इस पूरे मामले पर ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष अरविंद शुक्ला ने आवाज बुलंद करते हुए ग्राम प्रधानों की मीटिंग बुलाई है और इसके बाद ग्राम प्रधानों के द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर इस संबंध में पुलिस अधीक्षक महोदय को ज्ञापन सौंपा जाएगा यही नहीं प्रधान संघ के अध्यक्ष ने कहा हम लोग धरना प्रदर्शन करते हुए ब्लॉक में भी कार्यों का बहिष्कार करेंगे क्योंकि आए दिन लगातार ग्राम प्रधानों का उत्पीड़न पुलिस प्रशासन के द्वारा किया जा रहा है। जिसका विरोध एवं निंदा हमारा संघ करता है।