मेहुल राठोड-संवाददाता

कोयले के संकट से कई राज्यों में पैदा हुआ बिजली संकट : झारखंड में कोयले की कमी से 290 मेगावाट से लेकर 440 मेगावाट तक के लोड शेडिंग का सामना करना पड़ रहा है।

गुजरात ता.9 : देश में कोयले की कमी का असर बिजली प्लान्ट पर साफ दिखाई दे रहा है। कोयला संकट के कारण अब कई राज्यों में बिजली गुल हो गई है। झारखंड में कोयले की कमी के चलते 290 मेगावाट से लेकर 440 मेगावाट तक का लोड शेडिंग करना पड़ रहा है। इससे झारखंड के गांवों में 8 से 10 घंटे तक बिजली कटौती जारी है। कोयले की कमी का असर बिहार में भी महसूस किया जा रहा है। बिहार में पांच गुना कीमत चुकाने के बावजूद बिजली कंपनियां पर्याप्त बिजली नहीं दे पा रही हैं।

ऊर्जा विकास निगम ने कहा कि, उसे राज्यों की मांग की तुलना में केंद्रीय पूल से बहुत कम बिजली मिल रही है। बिजली संकट का असर नेशनल पावर एक्सचेंज पर भी महसूस किया जा रहा है। इस समय पूरे भारत में 10,000 मेगावाट बिजली की कमी है। बिजली की किल्लत से नेशनल पावर एक्सचेंज में प्रति यूनिट बिजली के रेट में बढ़ोतरी देखी जा रही है। बिजली की कीमत जो पहले 5 रुपये प्रति यूनिट हुआ करती थी, अब 20 रुपये प्रति यूनिट हो गई है।

झारखंड के बिजली संयंत्रों में वर्तमान में सीमित कोयला भंडार है। राज्य सरकार ने नेशनल पावर एक्सचेंज से बढ़े हुए दामों पर बिजली खरीदने की बात कही है। हालांकि, राज्य मे उतनी बिजली उपलब्ध नहीं है, जितनी इसकी मांग की जा रही है। त्योहारों के बाद आने वाले दिनों में बिजली संकट और गहरा सकता है।

चीन में कोयले की कमी और भारत में कोयले की बढ़ती मांग पर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि देश के पास पर्याप्त कोयला भंडार है। इस स्टोर से सभी प्रकार की मांगें पूरी की जा सकती हैं। उन्होंने कहा, “कोयले की मांग बढ़ी है। हम इस मांग को पूरा कर सकते हैं।” हम बढ़ी हुई मांग को पूरा करने की स्थिति में हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत में चीन जैसा कोई संकट नहीं है।

क्या राज्य में बिजली कटौती होगी? क्या गुजरात में बिजली की कमी है?

इस तरह के मुद्दों पर जहां चर्चा हो रही है वहीं राज्य के ऊर्जा मंत्री कनू देसाई ने इस मुद्दे पर अहम बयान दिया है. इस बारे में बात करते हुए दो दिन पहले ऊर्जा मंत्री कनू देसाई ने कहा कि पूरी दुनिया और भारत समेत राज्य में बिजली संकट के बारे में बात करना ही काफी नहीं है। फिलहाल राज्य सरकार ने बिजली कटौती की घोषणा नहीं की है। गुजरात सरकार विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कर रही है। इस संबंध में नियमित बैठकें हो चुकी हैं। कनू देसाई ने कहा कि एक-दो दिन बिजली कटौती की स्थिति नहीं है। मांग और आपूर्ति के अनुसार लोड शेडिंग की प्रक्रिया सामान्य है। राज्य सरकार स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए बैठक कर रही है।