राजेश सोनी

देश के प्रधानमंत्री भले ही ना खाऊंगा ,ना खाने दूँगा का नारा देते हो ,लेकिन जमीनी हकीक़त इन सब से परे है केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के भादर ब्लाक के रामचंद्रपुर गांव में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है इंटरलॉकिंग खरंजा निर्माण में नियमों को ताक पर रखकर सिर्फ मिट्टी डालकर इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण किया जा रहा है।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भ्रष्टाचारियों पर नकेल लगाने की पूरी तरह से कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कुछ अधिकारी अपने मनचाहे ठेकेदारों को इंटरलॉकिंग निर्माण का टेंडर देते हैं और यह ठेकेदार सड़क इंटरलॉकिंग निर्माण में भ्रष्टाचार की ईट लगाने से बाज नहीं आते दरअसल पूरा मामला अमेठी जिले के भादर ब्लाक के गांव रामचंद्रपुर का है जहां रामचंद्रपुर गांव के अंतर्गत मोहनपुर घनश्यामपुर में इंटरलॉकिंग खरंजा का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।

इंटरलॉकिंग खरंजा निर्माण कार्य में मानक को ताक पर रखकर जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है मानक के अनुसार इंटरलॉकिंग खड़ंजा निर्माण में गिट्टी की कुटाई व बालू होना चाहिए लेकिन यहां पर सिर्फ मिट्टी डालकर इंटरलॉकिंग बना दिया जा रहा है योगी सरकार के आदेश का ना तो ब्लॉक के कर्मचारियों को कोई डर है ना सचिव को ना प्रधान को अपनी मनमानी दिखाते हुए सरकार द्वारा आए हुए पैसों का जमकर बंदरबांट किया जा रहा है सरकार के पैसों का दुरुपयोग इस तरह से किया जा रहा है कि हाल में ही बने इंटरलॉकिंग धराशाई हो गए और जिसका निर्माण हो रहा है उसका भी नहीं पता कि कितने दिन तक या इंटरलॉकिंग ग्रामीणों को सुविधा देते रहेंगे प्रधान व सचिव की मनमानी से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं प्रधान व सचिव मालामाल हो रहे हैं