देवास। आपने देखा और सुना होगा कि लोग दोपहिया और चार पहिया वाहन दौड़ाते है। कोई शौक के चलते वाहन चलाता है तो कोई अपने रोजमर्रा के कार्यों के लिए वाहन चलाता है। शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर ग्राम बिलावली में करीब 90 साल की बुजुर्ग महिला रेशम बाई पति उमेशसिह कार को इस तरह दौड़ आती है कि जैसे कोई परिपक्व चालक अपने वाहन को चलाता है। रेशम बाई के कार चलाने का एक वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें साफ नजर आ रहा है कि रेशम बाई किस तरह सड़क पर तेज गति से वाहन दौड़ा रही है। रेशम भाई आज के युग की तरह एंड्राइड मोबाइल चलाने के साथ गाय को चारा भी डालती है। ताज्जुब की बात तो यह भी है कि रेशम बाई ने ट्रैक्टर भी चला रखा है। रेशम भाई 90 साल की उम्र में अपना सारा काम खुद कर लेती है।सुबह उठकर घर का काम करने के बाद पूजा पाठ करने के बाद मंदिर जाती है और खेत में भी जाती है। रेशम बाई के 3 बेटे और दो बेटियां है। सभी विवाहित है और रेशम बाई दादी और नानी का दायित्व भी निभा रही है। बेटे की उम्र ही 55 साल की है। वही पोते और पोतियों की उम्र भी 25 से 30 साल के बीच है।

रेशम बाई ने ट्रैक्टर चलाने के बाद बेटों से मंशा जाहिर की मुझे कार भी चलाना है लेकिन शर्त यह है कार स्वयं की होने चाहियें। वही सब को मोबाइल चलाते देखकर टच स्क्रीन के मोबाइल की इच्छा हुई। जिस पर उन्हें एंड्रॉइड मोबाईल भी दिलवाया गया। कार उन्होंने सिर्फ 3 महीने के अंदर चलाना सीखी है वो भी उनके बेटे ने सिखाई है। कही भी ट्रायविंग स्कूल में जाकर किसी प्रशिक्षित चालक से चलाना नहीं सीखी है।देवास। आपने देखा और सुना होगा कि लोग दोपहिया और चार पहिया वाहन दौड़ाते है। कोई शौक के चलते वाहन चलाता है तो कोई अपने रोजमर्रा के कार्यों के लिए वाहन चलाता है। शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर ग्राम बिलावली में करीब 90 साल की बुजुर्ग महिला रेशम बाई पति उमेशसिह कार को इस तरह दौड़ आती है कि जैसे कोई परिपक्व चालक अपने वाहन को चलाता है। रेशम बाई के कार चलाने का एक वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें साफ नजर आ रहा है कि रेशम बाई किस तरह सड़क पर तेज गति से वाहन दौड़ा रही है। रेशम भाई आज के युग की तरह एंड्राइड मोबाइल चलाने के साथ गाय को चारा भी डालती है। ताज्जुब की बात तो यह भी है कि रेशम बाई ने ट्रैक्टर भी चला रखा है। रेशम भाई 90 साल की उम्र में अपना सारा काम खुद कर लेती है।सुबह उठकर घर का काम करने के बाद पूजा पाठ करने के बाद मंदिर जाती है और खेत में भी जाती है। रेशम बाई के 3 बेटे और दो बेटियां है। सभी विवाहित है और रेशम बाई दादी और नानी का दायित्व भी निभा रही है। बेटे की उम्र ही 55 साल की है। वही पोते और पोतियों की उम्र भी 25 से 30 साल के बीच है।

खुद की कार होगी तो ही चलाऊंगी।

रेशम बाई ने ट्रैक्टर चलाने के बाद बेटों से मंशा जाहिर की मुझे कार भी चलाना है लेकिन शर्त यह है कार स्वयं की होने चाहियें। वही सब को मोबाइल चलाते देखकर टच स्क्रीन के मोबाइल की इच्छा हुई। जिस पर उन्हें एंड्रॉइड मोबाईल भी दिलवाया गया। कार उन्होंने सिर्फ 3 महीने के अंदर चलाना सीखी है वो भी उनके बेटे ने सिखाई है। कही भी ट्रायविंग स्कूल में जाकर किसी प्रशिक्षित चालक से चलाना नहीं सीखी है।