कार्तिक मोदी, मन्दसौर

मध्यप्रदेश में 15 वर्षों बाद मिली सत्ता को खोने के बाद कांग्रेस लागातार ज्योतिरादित्य सिंधिया को निशाना बना रही है। अब कांग्रेस, सिंधिया के ग्वालियर दौरे पर सीधी मोर्चाबंदी में जुट गई है।
कांग्रेस छोड़ने के बाद भाजपा नेता बने सिंधिया, केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार 22 सितंबर को गृह नगर ग्वालियर आ रहे हैं। ऐसे में विरोध प्रदर्शन करने का कांग्रेस को इस बार मौका मिल गया है।

दरअसल सिंधिया के स्वागत को ऐतिहासिक बनाने के लिए भाजपा के साथ सिंधिया के कट्टर समर्थकों ने जोरशोर से तैयारी शुरू कर दी है। लेकिन कांग्रेस विरोध प्रदर्शन की तैयारी में जुट गई है क्योंकि कुछ समय पहले जनसमस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन करने पर ग्वालियर पूर्व के कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार समेत 250 अज्ञात लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई गई थी। कोविड गाइडलाइन के उल्लंघन के नाम पर प्रशासन ने कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार पर बंदिश लगाई थी। ऐसे में अब कांग्रेस इसी बहाने सिंधिया से हिसाब चुकता करना चाहती है। कांग्रेस ने पहले ही प्रशसान से मांग रख दी है कि सिंधिया के स्वागत में भीड़ जुटाने व रैली निकालने की अनुमति न दी जाए, क्योंकि यह भी कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन होगा।

दोनों ही पार्टी की नेताओ की प्रतिष्ठा दांव पर

चूंकि सिंधिया समर्थकों और भाजपा दोनों ने ही इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है, इसलिए टकराव जैसे हालत बन गए हैं। जिला कांग्रेस कमेटी ने बकायदा इस मामले को लेकर बैठक भी की है। जिसमें विरोध की रणनीति बनाई गई, हालांकि रुपरेखा को सार्वजनिक नहीं किया गया। ऐसे में कांग्रेस अपनी पूरी ताकत इस विरोध प्रदर्शन में झोंक देना चाहती है।

22 सितंबर को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की भव्य रैली शहर में निकाली जाएगी। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी और सिंधिया के पुराने समर्थकों ने स्वागत की भव्य तैयारी कर ली है। भाजपा कार्यकर्ताओं को अलग-अलग चौराहों, सड़कों के प्वाइंट दिए गए हैं। जहां उन्हें स्वागत करना है। 9 सितंबर को कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार के नेतृत्व में नगर निगम मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया था। जिसकी मंजूरी प्रशासन ने नहीं दी थी। बाद में प्रदर्शन करने वाले विधायक समेत 7 प्रमुख नेताओं पर नामजद व 250 अज्ञात पर एफआइआर दर्ज की गई थी। कांग्रेस इसी बात को लेकर अत्याधिक आक्रोशित है।

अब देखना ये होगा कि 22 सितंबर को जब भाजपा और कांग्रेस समर्थक आमने सामने होने तो क्या कुछ घटनाक्रम सामने आता है।