अमेठी तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभा फुलकुवर की खबर है जहां पर सरकारी आरक्षित जमीन में आवारा पशुओं के लिए जिला प्रशासन की अनुमति के बाद लेखपाल द्वारा पैमाइश करके चिन्हित करने के बाद अस्थाई गौशाला का निर्माण कार्य शुरू किया गया लेकिन कई दिनों तक मनरेगा के मजदूरों द्वारा करीब लाखों रुपए का मिट्टी की पटाई और मेड बंदी का कार्य पूरा करा दिया गया लेकिन उसी गांव के कुछ दबंग राजनीतिक टाइप के लोगों ने अमेठी तहसील पहुंचकर गौशाला कार्य निर्माण को बंद कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया पर वहीं, पूरे मामले को लेकर तहसील दिवस में जनप्रतिनिधि और एसडीएम में झड़प भी हुई,

लेकिन अब एसडीएम महात्मा सिंह ने धमकी देते हुए कहा कि अगर इस जमीन पर गौशाला निर्माण का कार्य शुरू कराया तो तुमको जेल भेज दिया जाएगा लेकिन सवाल ये उठता है कि जैसे एक बार राजस्व विभाग द्वारा चिन्हित की गई जमीन पर निर्माण कार्य शुरू कराया गया फिर अचानक एसडीएम ने रोक लगा दी मानों, ऐसा प्रतीत होता है की दाल में जरूर कुछ काला है क्योंकि एक तरफ निर्माण कार्य चालू कराया जाता है तो फिर वहीं, दूसरी तरफ बंद करा दिया जाता है।