उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गोप्रेम किसी से छुपा नहीं है। गो और गोवंशों की सुरक्षा के लिए सरकार के द्वारा गांव-गांव में गौशाला बनवाई जा रही है। जो उत्तर-प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। लेकिन अमेठी जिले में सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट को उन्हीं के बीजेपी विधायक प्रतिनिधि अनंत विक्रम सिंह एवं एसडीएम अमेठी महात्मा सिंह के द्वारा चकनाचूर करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। जिसके संबंध में आज ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के द्वारा जनपद मुख्यालय गौरीगंज स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचकर जन सुनवाई के दौरान जिलाधिकारी अरुण कुमार के समक्ष प्रस्तुत होकर समस्या से अवगत कराया गया। जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने तत्काल ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को गौशाला निर्माण का कार्य पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया। जी हां आपको बता दें कि ग्राम सभा कटरा फुलकुवँर में ग्राम सभा के प्रस्ताव के अनुरूप गौशाला का निर्माण कार्य शुरू किया गया।

जिस पर एसडीएम अमेठी के आदेश पर पहुंची राजस्व टीम ने जमीन की पैमाइश की इसके उपरांत ग्राम प्रधान को निर्देशित किया गया कि इसी जगह पर गौशाला बनाई जाए। किंतु गौशाला निर्माण कार्य शुरू होने पर बगल के खातेदार द्वारा गौशाला निर्माण पर आपत्ति दर्ज कराई गई। जिस पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने तत्काल एक प्रार्थना पत्र तहसील दिवस में अधिकारियों के समक्ष दिया जिस पर तत्काल तहसील दिवस में तहसील दिवस प्रभारी के द्वारा निस्तारण किया गया। तभी निस्तारण करने के लगभग 1 घंटे के बाद आपत्तिकर्ता की शिकायत पर अमेठी के बीजेपी विधायक गरिमा सिंह के पुत्र एवं प्रतिनिधि अनंत विक्रम सिंह तहसील दिवस में चल रही जन सुनवाई के दौरान मंच पर चढ़ गए और अपना आपा खोते हुए मौके पर मौजूद एसडीएम और पुलिस क्षेत्राधिकारी पर फायर हो गए काफी देर तक हंगामा काटा।