राष्ट्रीय राजधानी सहित देश भर में 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए, 15 अगस्त के दिन भारत को अंग्रेजों से आजादी मिली थी,  इस दौरान हुए विभाजन में बहुत लड़ाईया हुई थी। लाखों लोगों को अपनी जमीन जायदाद सबकुछ छोड़ना पड़ा और लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की हैं कि 14 अगस्त को यादगार दिवस के तौर पर मनाने का फैसला लिया गया है।

इस दौरान पीएम मोदी ने 14 अगस्त का स्मरण करते हुए लिखा, ‘देश के विभाजन की पीड़ा को कभी भुलाया नहीं जा सकता। घृणा और वध के कारण से हमारे लाखों भाइयों और बहनों को स्थानच्युत होना पड़ा और अपनी जान तक देनी पड़ी। उन लोगों के परिश्रम और कुर्बानी की याद में 14 अगस्त को बँटवारा विभीषिका यादगार दिवस के तौर पर मनाने का फैसला लिया गया है।’

इसी के साथ ही कहा, यह दिन हमें पक्षपात, दुश्मनी और बुरी भावना के विष को समाप्त करने के लिए न केवल प्रोषित करेगा,  प्रत्युत, इससे समानता, सामाजिक मिठास और मानवीय भावनाएं भी मजबूत होंगी।’