भारत में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर पत्रकारों ने चेतावनी देनी शुरू कर दी हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे सबसे अधिक ग्रसित हो सकते हैं। यदि हम निर्देशों का पालन सही तरह से करेंगे, तो तीसरी लहर के प्रभाव को बहुत कम किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, करीब 35 लाख से ज्यादा बच्चे कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो चुके हैं। दरअसल, देश में अभी बच्चों में कोरोना वायरस की दर बहुत कम बताई जा रही है।
इसी बीच डॉक्टर गुलेरिया से बच्चों की वैक्सीन को लेकर बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा, ‘कोवैक्सीन टीके का परीक्षण भारत बायोटेक द्वारा अभी बच्चों पर किया जा रहा है। अभी ये ट्रायल चल रहा है और इसके सितंबर महीने तक पूरे होने की आशंका है। आपको बता दें, इस वैक्सीन के सितंबर माह में ट्रायल के परिणाम आ सकते हैं।’ यदि इस वैक्सीन के नतीजे सकारात्मक होते हैं, तो बहुत जल्दी ही देश में बच्चों को वैक्सीन लगाने का एलान किया जा है।