गुरु पूर्णिमा हिन्दू पंचांग के मुताबिक, प्रत्येक साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मानाया जाता है. बता दें, इस बार गुरु पूर्णिमा 24 जुलाई दिन शनिवार को मनाई जाएगी, मान्यताओं व वेदों के अनुसार, गुरु को हर देवता से बड़ा बताया गया है, क्योंकि शिष्य जीवन में गुरु का हाथ पकड़कर ही ज्ञान को प्राप्त करता है. पुरातनता में जब गुरुकुल परंपरा की प्रथा थी, उस समय सभी छात्र इसी दिन श्रद्धा व प्रेम के साथ अपने गुरु की सच्चे मन से पूजा करते और उनका धन्यवाद करते थे, यही वो खास दिन होता है जब देश में ही नहीं पूरे दुनिया में लोग बड़ी श्रद्धाभाव से अपने गुरुओं का सम्मान करते हुए, उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. शास्त्रों में भी गुरु का स्थान ईश्वर के बराबर बताया गया है, आपको बता दें, गुरु ही होता है जो व्यक्ति के ज्ञान को बढ़ाता है.

गुरु पूर्णिमा की पूजा करने के लिए सही समय का होना बहुत जरुरी होता ही है, इसी के साथ ही इस पर्व पर सही पूजा-विधि विधान को अपनाकर भी आप इस साल घर बैठे ही अपने गुरु व इष्ट देव का आशीर्वाद ले सकते हैं.