केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनेक बड़े परिवर्तन कर मंत्रियों को उत्तरदायित्व से अपना काम करने और केंद्र सरकार के कामकाज को उचित करने के साफ संकेत दिए हैं। जिस तरह से 6 कैबिनेट मंत्रियों सहित 12 मंत्रियों को हटाया गया है, और 7 राज्य मंत्रियों को प्रचारित कर केंद्रीय कैबिनेट मंत्री का भाग बनाया गया है। जिससे यह खबर मिली है कि अच्छा काम करने वालों के बहुत अवसर हैं, परंतु यदि प्रदर्शन पर खरे नहीं उतरे तो फिर कैबिनेट में ज्यादा समय तक बने नहीं रह सकते।

वहीं दूसरी तरफ अगर मोदी कैबिनेट के नेतृत्व वाली पिछली सरकार और इस सरकार के काम की तुलना करें तो ऐसा लग रहा है कि  केंद्र सरकार पहले की तरह काम नहीं कर रही है। कई मंत्रालयों के आचार व्यवहार से यह चुनौती बढ़ती हुई दिख रही थी। साथ इसके यह भी कहा जा रहा था कि जो कार्य केंद्र में हो रहे हैं, वे उस रूप में जनता तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिस प्रकार पहुंचाए जाने चाहिए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यों के चुनावों में स्थानीय मुद्दों के अतिरिक्त केंद्र सरकार की विकास योजनाओं को भी एक प्रमुख आधार बनाए जाने के पक्ष में रहे हैं।