जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में करारी हार मिलने के बाद भी सपा नेताओं पर कोई खासा फर्क पड़ता हुआ नजर नही आ रहा है सपा नेता 2022 की तैयारियों को लेकर गांव गांव में डेरा डाले हुए सपा जानती है 2022 विधानसभा चुनाव का रास्ता ग्रामीण क्षेत्रों से ही होकर गुजरता है । समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता व नेता गांव गांव पहुंच कर सपा की पूर्व में की गई उपलब्धियों को गिना रहे है साथ ही भाजपा सरकार की खामियों को भी जनता को बता रहे है । सपा नेता वोट देने वाले अपने वोटरों को ये बताने से भी नही कतरा रहे हैं कि की जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने डरा धमका कर जीत को हासिल किया है । इस बार ग्रामीण क्षेत्रों में सपा की नज़र दलित वोटों पर अधिक है इसी लिए समाजवादी पार्टी के लोग दलित वोटों को साधने में जुटे है । बात करते है सम्भल जनपद के चन्दौसी विधानसभा की तो यहां से सपा की महिला नेत्री मोनी कुमारी सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ गांव गांव पहुंच कर आम जनता को बता रही है कि भाजपा ने जिला पंचायत चुनाव को बेईमानी से हासिल किया है नोट के दम पर गुंडई के बल पर वोट हासिल किए है जिला प्रशासन ने भी भाजपा के आगे अपने घुटने टेक दिए थे । बात करते है सम्भल जनपद की तो यहां 4 विधानसभा सीटों पर 2 सीटों समाजवादी पार्टी का कब्जा है वही 2 सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमा रखा है यही बजह है सम्भल का चुनाव बहुत ही दिलचस्प हो जाता है ।