खबर उन्नाव से, यहाँ जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 2 दावेदार बचे हैं, एक बीजेपी से समर्थित हैं तो दूसरे बीजेपी के टिकट पर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीते हैं, इसी बीच सूत्रों के हवाले से ख़बर है की बीजेपी से बागी हुए जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी अरुण सिंह पर गुरुवार दोपहर प्रशासन और पुलिस एक जांच के लिए पहुंचे । भारी संख्या में पुलिस और प्रशासनिक टीम ने अरुण सिंह के पेट्रोल पंप के बगल की ग्राम सभा की जमीन पर अरुण सिंह द्वारा अवैध कब्जे की शिकायत की जांच करने राजस्व टीम पहुंची । बताया जा रहा है की जांच टीम ने काफी देर वहां जांच की और अवैध कब्जे की शिकायत को गलत पाया । वहीं उन्नाव सदर क्षेत्र में एक विधायक के करीबी की जमीन की भी जांच की गई । कार्रवाई के बारे में जिला प्रशासन से जुड़े अधिकारी कुछ भी बताने से इनकार करते रहे । शहर के सदर क्षेत्र में एसडीएम सदर के नेतृत्व में पहुंची प्रशासनिक टीम के साथ बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी गई । टीम ने काफी देर तक वहां जांच की । गुरुवार देर शाम प्रशासन की तरफ से बयान दिया गया, जिसमें एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह ने बताया की गाटा संख्या 239, 240, 274 श्रीमती हसरत जहां के द्वारा ग्राम समाज की भूमि जो 5 बीघे से अधिक है, उस पर अतिक्रमण जैसी स्थिति न्यायालय तहसीलदार द्वारा वाद नियोजित किया गया था, एसडीएम सदर ने बताया की पूर्व में वहां के वाद के निस्तारण में कब्जे को पाया गया था और 11 लाख ₹ के जुर्माने के साथ बेदखल करने का आदेश पारित किया गया था । एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह ने बताया की जिसके बाद प्रतिवादी गण जिलाधिकारी न्यायालय में अपील की गई थी, उस अपील को माननीय न्यायालय द्वारा स्वीकार किया गया था, एसडीएम सदर ने बताया की वाद को पुनः सदर तहसीलदार के न्यायालय में प्रेषित किया गया था, एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह ने बताया की ग्राम समाज की जो जमीन है, उसका चिन्हांकन करके वाद को अभिलेखों में दर्ज किया जाए । एसडीएम सदर ने कहा की जमीन के चिन्हांकन के लिए राजस्व की टीम मौके पर गई थी, एसडीएम ने बताया की मिलजुमला नंबर है और क्षेत्र काफी अधिक था और इसमें प्लॉटिंग की जैसी स्थिति थी । एसडीएम सदर ने बताया कि सीमा चिन्हों की स्थिति बहुत स्पष्ट नहीं थी इसलिए कार्यवाही को पूरा नहीं किया जा सका । एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह ने बताया कि 50 बीघे से अधिक जमीन है, जिसमें से हमें 5 बीघा जमीन जो ग्राम समाज का क्षेत्र है उसे चिन्हित करना है, भविष्य में कार्यवाही पूरी की जाएगी ।