कानपुर में अवैध निर्माण, मनकविहीन इमारतें और केडीए का ठुलमुल रवैया कोई नई बात नही है। शहर के भूमाफिया हो या बिल्डर सभी बेखौफ अपने कारनामो को अंजाम देने के लिए आजाद हैं जिसकी बानगी एक बार फिर से आपको दिखाई देगी। कानपुर के नवाबगंज थाना क्षेत्र में एक बिल्डर गुलाब अग्रवाल ने पहले वृंदावन अपार्टमेंट के नाम से एक ईमारत बनवाई। ईमारत भी ऐसी जिसका न कोई मानक हैं न किसी मानचित्र की स्वीकृति, पर बिल्डर ने इन सारी बातों को दरकिनार करते मात्र 180 गज में हुए छै मंजिला ईमारत खड़ी कर दी और उसमें लोगों को बसा भी दिया। गुलाब अग्रवाल को इससे भी संतुष्टि नहीं मिली तो उसने इंलीगल अपार्टमेंट की छत पर टॉवर भी लगवा दिया। पर इस अवैध ईमारत के मालिक को शायद अभी भी पैसे की कुछ कमी समझ मे आई तो जनाब ने बिना अपार्टमेंट में रहने वालों की जिंदगी का ख्याल किए ईमारत की छत पर एक और टॉवर खड़ा कराना सुरु कर दिया जिसके लिये 6वी मंजिल में रहने वाले रमेश वर्मा के फ्लैट की छत को ड्रिलकर छलनी कर डाला। भारी भरकम टॉवर से खतरा बढ़ता देख अपार्टमेंट के लोगों ने बिल्डर गुलाब अग्रवाल की शिकायत केडीए समेत दूसरे संबंधित विभागों से की पर हुआ वही जैसा केडीए में हमेशा से होता आया है। बिल्डर के खिलाफ अब तक कोई कार्यवाई नहीं कि गई पर शिकायतों के बाद बिल्डर ने दबंगई दिखाते हुए अपार्टमेंट के लोगों से गालीगलौज और अंजाम भुगतने की धमकियां देनी सुरु कर दी।
अब तक पूरा प्रकरण जिले के आला अधिकारियों तक लिखित शिकायत की शक्ल में पहुचाया जा चुका है पर अंजाम किसी कार्यवाई के तौर पर अब तक दिखाई नहीं दे रहा है जिससे साफ तौर पर यह कहा जा सकता है कि कानपुर में केडीए जैसे विभाग लोगों को न सिर्फ अवैध निर्माण की खुली छूट दे रहे हैं बल्कि उन्हें दूसरों की जान के साथ खिलवाड़ करने का भी खुला लाइसेंस बांट रहे हैं।