कानपुर में दर्दनाक सड़क हादसे में 17 लोगों की मौत हो गयी वहीं आधा दर्जन लोग घायल हो गए। हादसे ने हैलट अस्पताल के मोर्चरी की अव्यवस्थाओं को उजागर कर दिया। एक साथ 17 शव जब मोर्चरी पर रखे गए तो वहां जगह कम पड़ गयी। शवों को एक के ऊपर एक रखा गया। वही जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध हैलट अस्पताल परिसर में स्थित मोर्चरी में शवों को जमीन पर रखा गया। यहां न तो डीफ फ्रीजर की व्यवस्था है और न ही लाइट की। अंधेरे कमरे में मोर्चरी के कर्मचारियों ने शवों को जमीन पर रख दिया। जिसके बाद कमरे का ताला बंद कर दिया गया। इन शवों को चूहे खाएं या अन्य छोटे जीव जन्तु किसी को इसकी परवाह नही है। कई मोर्चरी में रखे शवों के अंगो को छोटे जीव जन्तु खा चुके हैं वहीं गर्मी में मोर्चरी मे रखे शव सुबह तक सड़ने लगते हैं।