खबर उन्नाव से , कोरोना कर्फ्यू के चलते सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना देश के अन्नदाता हमारे किसान को करना पड़ रहा है, उपज की लागत नहीं निकल रही है, वहीं बैंक से केसीसी से लिये गये लोन अदा करने का लगातर मैसेज आ रहा है।
उन्नाव के सरोसी ब्लॉक क्षेत्र के गांव पावा, ढकिया, अतहा, हसनापुर, खोखापुर, रूकनापुर, रायपुर, सदमपुर, बिलारी गोझा, मोमिनपुर, बरहली, करवासा, नयाखेड़ा समेत कई गावों के किसान गर्मी के सीजन में बंद गोभी व फूल गोभी की खेती करते चले आ रहे हैं। पिछले साल भी लाकडाउन के चलते फसल बर्बाद हो गई थी। किसानों को उम्मीद थी कि इस बार फसल का अच्छा मूल्य मिलेगा और नुकसान की भरपाई हो जाएगी। इस बार भी कोरोना का कहर बरपा तो सरकार को सब्जी के पीक सीजन मई माह में कोरोना कर्फ्यू लगाना पड़ा। वहीं किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेकर सब्जी की खेती करने वाले किसान की फसल का दाम न मिलने से कमर टूट गई है । बता दें कि कोरोना कर्फ्यू के चलते उन्नाव के किसान दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, फैजाबाद, वाराणसी , सहित देश की मंडियों में फसल बेचने के लिए नहीं ले जा सके। वहीं कोरोना कर्फ्यू में पुलिस की सख्ती के चलते व्यापारियों ने भी मंडी से दूरी बनी ली। हालांकि कुछ किसान मंडी में फसल लेकर पहुंचे। मगर खरीददार न मिलने से भाड़ा भी जेब से भरना पड़ गया। नुकसान से परेशान किसान ने फसल को जोत दिया है। किसानों में जितेंद्र सिंह, संतोष, लाखन, बउवा, ओमप्रकाश, खैराती, सुरेश, विजय पाल, अमित दिवेदी ने बताया कि फसल की बिक्री नहीं है। जिससे लागत नहीं निकल रही है। इसलिए खेत में ही फसल को छोड़ दिया है। जिससे वह सूख रही है और फसल को जोत कर अन्य फसल बोई जाएगी।