भोंडसी जेल में उस समय हड़कंप मच गया जब एक कैदी का शव छह नंबर चक्की की ग्रिल पर गमछे से लटका मिला। पुलिस ने शव को उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। जेल पुलिस के अनुसार, आत्महत्या करने वाला कैदी शरीर में एलर्जी को लेकर काफी दिनों से परेशान था।
सोहना के काजीवाड़ा मोहल्ला का रहने वाले 27 वर्षीय गौतम पर 2018 में पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज हुआ था। आरोप साबित होने पर उसे चार साल की सजा के लिए भोंडसी जेल भेजा गया था। जेल प्रशासन की मानें तो यहां पिछले कुछ महीनों से उसे एलर्जी की समस्या हो गई थी। एलर्जी का इलाज चल रहा था, लेकिन वह अपनी इस बीमारी को लेकर काफी परेशान रहता था। जेल में उसे चक्की नंबर छह में रखा गया था। यहां सोमवार रात उसने चक्की की ग्रिल में गमछे से फंदा लगाकर जान दे दी। सुबह अन्य कैदियों ने शव को चक्की पर लटका देखा तो पुलिस को सूचना दी।
भले ही पुलिस इस मामले में कैदी द्वारा बीमारी के चलते ऐसा कदम उठाने की बात कह रही है, लेकिन इस मामले में अब मजिस्ट्रेट जांच चलेगी। जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि कैदी ने आत्महत्या क्यों की या उसने आत्महत्या की भी या नहीं। इधर जेल में दो दिन पहले ही मोबाइल फोन मिलने और अब एक कैदी की आत्महत्या के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।