इस वक्त पूरे देश मे कोरोना वायरस के कारण तबाही मची हुई है और अबतक न जाने कितने लोग इस महामारी से मौत का निशाना बना गए हैं विनाश का यह सिलसिला लगातार जारी है धार्मिक स्थलों पर भी सामुहिक रूप से इबादत करने से सरकार द्वारा रोक लगा दी गयी है तथा मुसलमानों के चल रहे सबसे पवित्र महीने रमज़ान में मस्जिदों के अंदर तरावीह की नमाज़ पढ़ने से भी लोग वंचित हुए हैं इन हालातों को देखते हुए आने वाले ईद के त्यौहार को लेकर हिंदुस्तान की सुप्रसिद्ध ख़ानक़ाह आस्ताना आलिया समदिया फफूंद शरीफ के सज्जादा नशीन सैयद अख़्तर मियां चिश्ती ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से इस वर्ष सादगी से ईद का पर्व मनाने और ईद पर गले न मिल ज़बान से ही ईद की मुबारकबाद देने की अपील की है।
उन्होंने कहा भारत देश मे चल रहे लॉकडाउन के कारण अनेकों गरीब और परेशान लोग भुखमरी की कगार पर आ चुके हैं और आगे भी इस लाकडाउन के ख़त्म होने का कोई अनुमान नहीं है कि यह कबतक चले और आने वाले दिनों में लोगों को अल्लाह न करे किसी और मुसीबत व परेशानी का सामना करना पड़े कुछ भी कहा नहीं जा सकता ऐसी स्थिति में मुसलमानों के आने वाले सबसे ज़्यादा खुशी के पर्व ईद की नमाज़ को लेकर ख़ानक़ाह के सज्जादा नशीन सैयद अख़्तर मियां चिश्ती ने देश के मुस्लिम समुदाय के लोगों से आने वाली ईद पर मंहगी और क़ीमती शॉपिंग तथा ख़रीदारी करने को न तो बुद्धिमत्ता बताया है और न ही उपयुक्त बताया है उन्होंने बहुत प्यार के साथ इस वर्ष ईद के पर्व को पूर्ण रूप से सादगी से मनाने और ईद पर खर्च होने वाले रूपयों को बचाकर इससे ग़रीब, मज़दूर और बेसहारा लोगों की दिलखोलकर मदद करने को कहा उन्होंने कहा इस आपदा के समय में गरीबों की मदद करके निश्चित आप सबको सच्ची खुशी हासिल होगी और यही आपकी असली ईद होगी वहीं ईद की नमाज़ को लेकर उन्होंने तमाम मुस्लिम समुदाय के लोगों से ईद के दिन अपने-अपने घरों पर ही 2 रकअत या 4 रकअत नमाज़ शुकराना अदा करने को कहा है।