झाबुआ। अलीराजपुर।वैश्विक कोरोना महामारी की चपेट में आकर जिले के कई अधिकारी एवं कर्मचारी भी संक्रमित हुए हैं और कई कर्मचारियों का आकस्मिक निधन भी हुआ है जिसमें मुख्यतः शिक्षा विभाग के कर्मचारी बहुत ही हताश होकर अपनी ड्यूटी कर रहें हैं।
आदिवासी कर्मचारी-अधिकारी संगठन (आकास) के जिला महासचिव भंगुसिंह तोमर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी के रोकथाम हेतु कील कोरोना सर्वे, कंटेन्मेंट जोन, काल सेंटर,चेक पोस्ट, आइसोलेशन वार्ड,ग्राम नोडल एवं जन जागृति कार्यक्रम आदि व्यवस्थाओं एवं विभागीय गतिविधियों में समस्त शिक्षक संवर्ग की ड्यूटी लगाई गई है।ड्यूटी के दौरान अनेक कर्मचारी संक्रमित हुए हैं,अलीराजपुर जिले में एक सप्ताह के भीतर 13 शिक्षकों का भी असमय निधन हुआ है।
समस्त शिक्षक संवर्ग के अनेकों शिक्षकों का निधन हो रहा है।आश्रितों को कोरोना योद्धा अंतर्गत 50 लाख रुपये का बीमा एवं त्वरित अनुकंपा नियुक्ति का लाभ प्रदान नही किया जा रहा है,समस्त शिक्षक संवर्ग के शिक्षकों को भी अन्य विभागों के कर्मचारियों की भाँति कोरोना योद्धा घोषित कर 50 लाख रुपये का बीमा एवं त्वरित अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने के लिए निर्देश एवं आदेश जारी करने की मांग की गई है।साथ ही तोमर ने कहा कि अलीराजपुर आदिवासी बाहुल्य जिला गुजरात राज्य से लगा होने के कारण जिले के अधिकांश कर्मचारी गुजरात राज्य में जाकर निजी खर्च से ईलाज कराते हैं,उन्हें गुजरात राज्य में शासकीय खर्च पर ईलाज कराने हेतु जिला प्रशासन को निर्देशित करने की मांग भी की गई है, क्योंकि गुजरात राज्य के कई अस्पतालों में सुलभ चिकित्सय सुविधा उपलब्ध हैं।जिससें कर्मचारियों को उचित इलाज का लाभ प्राप्त हो सकता है।शिक्षकों के द्वारा इस आपात काल में अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठ एवं ईमानदारी के साथ किया जा रहा है।