अमेठी चौक पर रोजी रोटी कमाने के लिए दिनेश खस्ता वाले के नाम से मशहूर दुकानदार ठेले पर रोज सुबह 6:00 बजे दुकान लगाते हैं और लोगों को खस्ता चावल कचोरी खिलाकर उनसे मिले हुए पैसों से अपनी बीवी व अपने बेटे का इलाज कराते हैं। आखिर किस खुन्नस में अमेठी पुलिस ने इस दुकानदार के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार कर उसके बच्चों को पीटा वह उसके पहले का सारा सामान सड़क पर फेंक दिया। उसके सामने रोजी रोटी का संकट पुलिस ने खड़ा कर दिया। दुकानदार दिनेश खस्ता वाले का कहना है एक तरफ सरकार कह रही है कि किसी के साथ ज्यादती नहीं की जाएगी तो वहीं दूसरी तरफ सरकार की नाक के नीचे उनके मातहत हैं कि उनकी बात दरकिनार कर अपनी दबंगई और गुंडई से एक व्यवसाई का व्यापार बंद कराने पर आमादा है

व्यवसाई दिनेश ने रुंधे गले से कहा कि कल से मैं फिर यही दुकान लगाऊंगा, पुलिस चाहे तो मुझे गोली मार दे और अगर दुबारा पुलिस ने परेशान किया तो हम परिवार के चारों लोग जहर खाकर जान दे देंगे। इसके सिवा मेरे पास और कोई दूसरा रास्ता नहीं है।