बस्ती जिले में बनी जिला कारागार में सजा आफता काट रहे कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी एक तरफ जेल की पुलिस राजू की मौत को आत्महत्या बता रही है,तो वहीँ दूसरी तरफ परिजन मामले को हत्या बता रहे हैं लगातार विवादों अपने कार्यशैली को लेकर सवालों के घेरो में बस्ती पुलिस घिरती नजर आ रही है,

जिला कारागार में संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या के आरोप में बंद कैदी राजू की मौत को पुलिस आत्महत्या बता रही है,लेकिन परिजनों को जेल पुलिस पर सवाल खड़ा किया है,जेल पुलिस की माने तो राजू का शव फंदे से लटकता मिला जिनके बाद हड़कंप मच गया,सूचना पर जिले के आलाधिकारी भी जेल पहुँचे और जाँच पड़ताल की जाँच पड़ताल के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, वहीँ परिजनों ने डीएम आफिस पहुंच कर मामले की जांच की मांग की,मृतक राजू की माँ ने आरोप लगाया कि उसके बेटे की हत्त्या की गई है,साथ ही मृतक की माँ ने जेल में लगे सीसीटीवी पर भी सवाल उठाया और कहा कि सीसीटीवी फुटेज आखिर क्यों नही दिखाया गया, आप को बता दें मृतक बंदी राजू चौधरी 2018 से हत्या के मामले में जेल में निरुद्ध था, 31 जनवरी 2018 को वाल्टरगंज थाने के जंगल बेलवाजोर के पास कप्तानगंज थाना क्षेत्र के दुबौला चौकी इलाके के खुटहना निवासी शिव बहादुर उर्फ बबलू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी,और फावड़े से पैर का पंजा काटने के बाद उन्हें गोली मारी गई थी, मृतक शिव बहादुर सिंह के बेटे शुभम की तहरीर पर पुलिस ने द्वारिका चौधरी, उनके बेटे राजेश और नाती राजू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने फरवरी 2018 में राजू व अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था,

घटना के बावत एडीएम बस्ती अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि परिजनों के द्वारा आरोप लगाया जा रहा है,जिसकी जांच कराई जाएगी