खालसा कालेज में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह करवाया गया

अमृतसर, पंजाब। खालसा कालेज के साइंस विभाग की ओर से विकसित भारत के लिए विज्ञान व नवीनता में ग्लोबल लीडरशिप के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना विषय पर नेशनल साइंस डे 2025 समारोह करवाया गया। कालेज प्रिंसिपल डा. आत्म सिंह रंधावा के सहयोग से बनाए गए यह प्रोग्राम 28 फरवरी 1928 को भारतीय भौतिक विज्ञानी सीवी रमन की ओर से रमन प्रभाव की ऐतिहासिक खोज की याद को समर्पित था। जिसमें वैज्ञानिक तरक्की व नवीनता द्वारा संचालित एक विकसित भारत के दृष्टिकोण को उजागर किया गया। इस समारोह की शुरूआत में फैकल्टी आफ साइंसिज डीन डा. हरविंदर कौर ने प्रिंसिपल डा. रंधावा सहित प्रबंधकीय सचिव डा. मुकेश चंद्र को फूलों का गुलदस्ता भेंट करते हुए स्वागत किया व हाजिरी को विषय से संबंधित जानकारी सांझी की।

इस अवसर पर गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के प्रो. डा. एचएस सैनी ने स्थिर विकास लक्ष्य नुकसान व संभावना : एक सूक्ष्म जीव विज्ञानी का दृष्टिकोण शीर्षक पर भाषण दिया। उन्होंने वातावरण पर मानव जनक गतिविधियों के महत्वपूर्ण प्रभाव को उजागर करते हुए विशेष तौर पर हवा गुणवत्ता सूचकांक एयर क्वालिटी इंडेक्स एक्यूआई के आसपास बढ़ रही चिंताओं पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के टिकाऊ विकास लक्ष्य व जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल की भूमिका पर चर्चा की। इस अवसर डा. सैनी ने नवीनताकारी साफ तकनीक प्रोजेक्ट व कार्बन निकास कम करने सीईआर के उद्देश्य से कार्बन क्रेडिट मार्केट की भी जांच की। उन्होंने टिकाऊ हल में रोगाणुओं विशेषकर मानसिक तंदरुस्ती को उत्साहित करने व मूड़ स्विंग को कंट्रोल करने की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। इस समारोह के दौरान पोस्टर व रंगोली मुकाबले भी करवाए गए जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मकता व कलात्मक हुनर का प्रकटावा किया।

इस अवसर पर डा. रंधावा ने प्रबंधकों व भागीदारों के प्रयास की प्रशंसा करते हुए विज्ञान व तकनीक के भविष्य को आकार देने में अकादमी व सभ्याचारिक समारोह की महत्ता को उजागर किया। उन्होंने युवा पीढ़ी को कुदरत, कंप्यूटिंग व नैतिक एआई से जुड़ी चुनौतियों पर केंद्रित करते हुए इन क्षेत्रों म ें करियर खोज करने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने कहा कि इस समारोह का उद्देश्य भारत में विज्ञान व तकनीक को उत्साहित करना था। इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने नवीनताकारों की अगली पीढ़ी को प्रेरित करते हुए पालन पोषण करना जारी रखना है।इस दौरान अकादमी मामले डीन डा. तमिंदर एस भाटिया ने उक्त दिवस की महत्ता पर जोर देते हुए गणमान्य व हाजिरी का स्वागत किया। जबकि डा. हरविंदर कौर ने समारोह के लिए इसकी सार्थकता व इसके पीछे के दृष्टिकोण संबंधी विस्तार से जानकारी सांझी की। इस अवसर पर प्रिंसिपल डा. रंधावा ने विज्ञान के क्षेत्र में अनमोल योगदान के लिए डा. सैनी का सम्मान करते हुए प्रशंसा पत्र दिया। इसके अलावा उक्त मुकाबले में विजेता विद्यार्थियों को इनाम वितरित किए गए। इसके बाद बायोटैक्नोलोजी विभाग की मुखी डा. कमलजीत कौर ने धन्यवाद का प्रस्ताव पेश किया।

विक्रम शर्मा
अमृतसर, पंजाब, ब्यूरो रिपोर्ट
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