मसूरी में मजदूर दिवस पर मजदूरों का भाजपा सरकार के खिलाफ हल्ला बोल
उत्तराखंड। मसूरी में मजदूर दिवस के मौके पर अमर शहीदों के 138 वें बलिदान दिवस पर ट्रेड यूनियन समन्वय समिति के तत्वावधान में मसूरी गुरुद्वारा चौक से गांधी चौक तक विशाल रैली का आयोजन किया गया वह अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी । मई दिवस के अमर शहीदों को लाल सलाम एवं दुनिया के मजदूरों एक हो के नारे के साथ ही समस्याओं से संबंधित नारे लगाये. इस मौके पर मसूरी के सेंडोस रेस्टोरेंट द्वारा मजदूर दिवस पर कर्मचारियों को अवकाश न दिये जाने पर रेस्टोरेंट के बाहर जमकर प्रदर्शन किया गया व सेंडोस रेस्टोरेंट के स्वामी पर मजदूर विरोधी नीति अपनाने का आरोप लगाया। इस मौके पर सेंडोस रेस्टोरेंट के प्रबंधक और मजदूर नेताओं के बीच हल्की झड़प भी हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत किया। मजदूर नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार से श्रमिकों की समस्याओं के समाधान की मांग की गई। मजदूर नेताओं ने केन्द्र कि मोदी सरकार को मजदूर विरोधी बताते हुए कहा कि आज तक भाजपा की सरकार मजदूरों का न्यूनतम वेतन को लागू नहीं कर पाई । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मजदूर के हितों को लेकर कई वादे कर अच्छे दिनों के सपने दिखाए थे, मगर मोदी सरकार अपने सारे वादे भूल गये. मजदूरों ने कहा मोदी सरकार ने उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिये काम कर रही है. मिक नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार व प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर श्रमिक विरोधी होने का आरोप लगाया. इस मौके पर मांग की गई कि होटल, स्कूल कर्मचारियों का वेतन 26000 किया जाय, भवन निर्माण मजदूरों की दैनिक मजदूरी 1000 रूपये की जाये, श्रम कानूनों पर छेड़छाड़ पर रोक लगाई जाये, सस्ती दरों पर आवास उपलब्ध कराये जायें व कालोनियों का निर्माण किया जाये, नजूल की भूमि के पटटे श्रमिकों को आवंटित किए जायें, ईएसआई के बिलों का भुगतान 15दिनों के अंदर किया जाये. होटलों स्कूलों में जांच कर अंशदान कटौती के लिए कठोर कार्रवाई की जाये। उन्होंने कहा अगर सरकार द्वारा जल्द मजदूरों के हितों की रक्षा करते हुए उनकी मांगों को नहीं माना गया तो जल्द पूरे देश में सभी मजदूर संगठन लामबंद होंगे. सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करेंगे।
उत्तराखंड, ब्यूरो रिपोर्ट
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