आस संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में टीबी की बीमारी से ग्रसित मरीजों को पोषक आहार वितरित किया गया।

उत्तराखंड। एक्शन फार एडवांसमेंट सोसाइटी (आस) ने मसूरी उप जिला चिकित्सालय के साथ मिलकर मसूरी और आसपास के क्षेत्र को टीबी मुक्त बनाने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने का संकल्प लिया है। मसूरी उप जिला चिकित्सालय में आस संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में टीबी की बीमारी से ग्रसित मरीजों को पोषक आहार वितरित किया गया। इस मौके पर लोगों से टीबी से ग्रसित लोगो को गोद लेकर उनकी मदद करने का भी आह्वान किया गया। लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी के सीएमओ डॉ.मयंक बुडोला और डीटीओ डा मनोज वर्मा ने कहा कि उत्तराखंड में टीबी के मरीजों को गोद लेने के लिये विभिन्न संस्थाएं व लोग आगे आये है । निक्षय मित्र टीबी मरीजों को गोद लेकर उनको इलाज के दौरान हर माह पोषक आहार मुहैया करा रही है। उसी परिपेक्ष में आस संस्था द्वारा मसूरी में टीबी के मरीजों को पोशाहार उपलब्ध कराया गया है। उन्होने कहा कि यह निक्षय मित्र टीबी मरीजों को गोद लेकर उनको इलाज के दौरान हर माह पोषक आहार मुहैया कराने के साथ ही भावनात्मक सहयोग भी प्रदान कर रहे है। निक्षय मित्रों के संपर्क में रहने से मरीजों को यह ताकत भी मिलेगी कि वह इस लड़ाई में अकेले नहीं हैं। आस संस्था सचिव हेमलता बहन ने बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत प्रदेष को टीबी मुक्त बनाने मे निरंतर अभियान चला रही है। जिसमे अभी तक बड़ी संख्या में लोग को टीबी मुक्त किया जा चुका है। टीबी से मुक्ति के लिए समाज को सामाजिक, शैक्षिक, वैचारिक रूप सजग होकर आगे आना होगा। तभी हम इसपर पूर्ण रूप से विजय प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि टीबी से ग्रसित लोगों को टीबी चैंपियन बनाकर उनसे टीबी ग्रसित मरीजों की मदद करवा रहे है। आस की स्वयंसेवी लक्ष्मी देवी ने रोगियों की मानसिक दशा व उनके साथ आने वाली दिक्कतों को साझा किया। चिकित्सकों की टीम ने भी संस्था से धरातल पर आने वाली समस्याओं व उनके समाधान व संसाधनों के बारे में विस्तार से जानकारी जुटाई। उन्होने बताया कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य रखा है।

उत्तराखंड, ब्यूरो रिपोर्ट
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