लोक संस्कृति व नारी शक्ति को प्रोत्साहित करने की जरूरत- डॉ सुनीता श्रीवास्तव
इंदौर, मध्य्प्रदेश। शुभ संकल्प समूह के तत्वावधान में इंदौर की शान व भारतीय लोक संस्कृति की प्रशंसा यूरोप के नीदरलैंड्स तक पहुंची। इंदौर की लोकप्रिय संस्था शुभ संकल्प समूह व स्टेट प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में लोक संस्कृति संस्था: भावांजलि समूह के सहयोग से मां अहिल्या देवी की पावन नगरी इंदौर, के ऐतिहासिक गांधी हॉल स्थित अभिनव कला समाज में, “तूलिका के रंग” शीर्षक पर यह साहित्यिक, सामाजिक व सांस्कृति संबंधी रंगा- रंग फाग उत्सव में भव्य पुस्तक विमोचन समारोह, लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम, होली गीत प्रतुतिकरण, एवम नृत्य मंचन जैसे कई दिव्य कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। संचालन व कार्यक्रम रूपरेखा का कार्यभार विभा भटोरे, भावना बर्वे व मंडली द्वारा संभाला गया। कार्यक्रम निर्देशिका डॉ. सुनीता श्रीवास्तव ने बताया कि इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नीदरलैंड से वरिष्ठ प्रवासी भारतीय साहित्यकार: डॉ. ऋतु शर्मा “नन्नन” पांडे, कार्यक्रम अध्यक्ष: डॉ. विकास दवे, वरिष्ठ साहित्यकार, निदेशक साहित्य अकादमी (मध्य प्रदेश),संपादक- देवपुत्र, डॉ. पंकज विरमाल, उप प्राचार्य: क्रिश्चियन कॉलेज इंदौर, अलका भार्गव, प्राचार्य पी. ई. टी. सी., प्रवीण कुमार खरीवाल, वरिष्ठ पत्रकार, अध्यक्ष: स्टेट प्रेस क्लब, सुनिला दुबे, संथापक: साड़ी संस्कृति समूह, अर्चना श्रीवास्तव, वरिष्ठ सामसेविका, चंद्रमणि दफ़्तरी, नारायणी माया, लॉक भाषा साहित्यकार (मालवी -निमाड़ी), मुद्रा शास्त्री, दिगज पार्षद, समाजसेविका और शीतल रॉय, वरिष्ठ पत्रकार, अध्यक्ष: महिला प्रेस क्लब रही।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भावांजलि समूह द्वारा संचालित लोक नृत्य और लोक गीत समारोह की प्रस्तुति थी, प्रस्तुति ने सभी श्रोताओं का ह्रदय जीत लिया!! कार्यक्रम में शुभ संकल्प समूह समेत इंदौर की सभी साहित्यिक संथाओ द्वारा होली गीत की प्रस्तुति दी गई, जोकि दर्शको द्वारा बेहद पसंद की गई। संगोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर, परिचय वाचन के बाद स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करके हुआ। कार्यक्रम दो सत्रों में विभाजित था । जिसमें प्रथम सत्र में लोक गीत, लोक नृत्य समारोह व होली गीत कार्यक्रम आयोजित हुआ द्वितीय सत्र में अतिथियों द्वारा पुस्तक “स्वयंसिद्धा” (साझा संकलन) और लेखिका: डॉ. ऋतु शर्मा “नन्नन” पाण्डेय द्वारा रचित “नीदरलैंड की लोक कथाएं” पुस्तक का विमोचन हुआ, इसके पश्चात अतिथि उद्बोधन हुआ फिर प्रतिभागियों द्वारा पुन: होली गीत गाया गया। कार्यक्रम में प्रतियोगिता की जज आचार्य वेदिका श्रीवास्तव रहीं। कार्यक्रम का विवरण वरिष्ठ वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण जोशी द्वारा दिया गया। इस समारोह में प्रदेश के कई साहित्यकारों ने व पत्रकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिसमे हरेराम वाजपई, प्रवीण जोशी, शैलेंद्र जोशी, मुकेश इंदौरी, आचार्य वेदिका श्रीवास्तव, मधु टॉक, गायत्री शर्मा, पुनम शर्मा, डॉ. शशि निगम, मधुलिका सक्सेना, डॉ. पुष्पा जैन, डॉ. सुरेखा भारती, मीना राणा शाह, आकांक्षा सिंह, विजय कुशवाह, डॉ. प्रभु चौधरी, भावना बर्वे और भी कई अन्य प्रमुख थे । कार्यक्रम के अंतिम चरण में राष्ट्रीय शिक्षा संचेतना संस्था के राष्ट्रीय महासचिव: प्रभु चौधरी, राष्ट्रीय सचिव संगीता केसवानी प्रदेश अध्यक्ष महिला इकाई अनीता भाटी इन्दौर एवं विजय कुशवाह तथा आकांक्षा सिंह द्वारा , डॉ. विकास दवे, हरेराम वाजपई, डॉ. सुनीता श्रीवास्तव, व डॉ. ऋतु शर्मा “नन्नन” पाण्डेय, नीदरलैंड्स को सम्मानित किया, और विभा जैन (ओज्स) ने डॉ. ऋतु शर्मा “नन्नन” पांडे की पुस्तक में से एक कथा “तीन सोने के बाल” का वाचन करा। इस कार्यक्रम में इंदौर, उज्जैन, भोपाल, नीमच, खरगोन, अलीराजपुर, छतरपुर और भी कई अन्य स्थलों से कई गणमान्य जन मौजूद थे। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन डॉ. सुनीता श्रीवास्तव ने निभाया। डॉ सुनीता श्रीवास्तव ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय लोक संस्कृति, नारी शक्ति व प्रवासी भारतीय साहित्यकारों को प्रोत्साहित करना है।
ब्यूरो रिपोर्ट
समय भारत 24×7