करवा चौथ पर क्यों नहीं करना चाहिए इन चीजों का दान

करवाचौथ पर सोलह श्रृंगार करने का विधान है। इसलिए सुहागिन महिलाएं इस दिन अपनी श्रृंगार यानि कि सुहाग की चीजें किसी को भी न दें और न ही किसी से सिंदूर लेकर अपनी मांग में लगाएं। इससे आपका वैवाहिक जीवन कष्टों से भर जाएगा। और रिश्तों में दरार आने लगेगी। इसके साथ ही आपको बता दें कि अगर इस दिन सुहाग की कोई वस्तु खराब हो जाए या टूट जाए, तो उसे फेंके नहीं.संभाल कर रख लें या फिर इसे बहते हुए जल में प्रवाहधार्मिक मान्यताओं के अनुसार, करवाचौथ के दिन भूलकर भी सुहागिन महिलाएं सफेद रंग की चीजें यानि कि चावल, दही, दूध, सफेद रंग की मिठाई या फिर सफेद रंग का कपड़ा किसी को न दें। क्योंकि इस दिन इन चीजों का दान अशुभ माना गया है। आपको बता दें कि सफेद रंग चंद्रमा का कारक माना जाता है। ऐसे में करवाचौथ पर इन चीजों का दान करने से आपको पूजा का फल प्राप्त नहीं होता है। और दांपत्य जीवन इस दिन मिलने वाली खुशियों व आशीर्वाद से वंचित रह जाता है।
करवा चौथ के दिन तामसिक भोजन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। इससे पाप के भागीदार बन सकते हैं।
करवा चौथ के दिन कैची, सुई, और चाकू का गलती से इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे देवी-देवता नाराज हो सकता है और व्रत का फल नहीं मिलता है।
करवा चौथ के दिन सरगी के समय ऑयली चीज खाने से बचें। और व्रत (व्रत नियम)के शुभ फल की भी प्राप्ति नहीं होती है।
करवा चौथ के दिन पीले, गुलाबी, हरा और नारंगी रंग की साड़ी न पहनें।
सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार करते हुए दिनभर निर्जला व्रत रखते हुए भगवान गणेश और चंद्रदेव की पूजा करती हैं। करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना के लिए रखती हैं। इस दिन करवा माता की पूजा करते हुए शाम को चांद के निकलने पर दर्शन करते हुए अर्घ्य देती हैं और पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोलती हैं। वैसे तो करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और जीवन में तरक्की के लिए करती हैं,लेकिन कुंवारी लड़कियां भी भविष्य में मनपसंद जीपनसाथी की मनोकामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं। करवा चौथ का व्रत कठिन व्रत में से एक माना जाता है इससें सुबह व्रत का संकल्प लेते हुए निर्जला व्रत रखा जाता है और शाम को चंद्रदेव के दर्शन करने के बाद ही व्रत तोड़ा जाता है।

ज्योतिष वैदिका
व्हाट्सएप नंबर:- 8127722837

infoteller2022@gmail.com