आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाँसी में राष्ट्रीय सेवा योजना का आयोजना किया गया।
भारत सरकार के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के सहयोग से बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा पर्यटन सलाहकार, बागबानी व खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित एक दिवसीय उद्यमिता एवं कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन बुन्देलखण्ड महाविद्यालय, राजकीय महिला महाविद्यालय एवं आर्य कन्या महिला महाविद्यालय में किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए पर्यटन एवं होटल प्रबन्धन संस्थान के उप आचार्य डॉ संजय निभोरिया ने कहा कि देश से बेरोजगारी की समस्या का समूल नाश करने का अचूक उपाय स्वरोजगार व उद्यमिता है। इस आशय से उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि अपने मस्तिष्क में चल रहे स्वरोजगार की योजनाओं को मूर्तरूप देकर धरातल पर उतारें जिससे कि समाज व देश का भी भला होगा। पर्यटन एवं होटल प्रबंधन क्षेत्र में उद्यमियों हेतु अवसरों पर बात करते हुए सत्येंद्र चौधरी ने कहा कि पर्यटन एवं होटल प्रबंधन के क्षेत्र में युवा पूर्णकालिक अथवा अंशकालिक रूप से स्वरोजगार की स्थापना कर सकते हैं जो भविष्य में उन्हें आर्थिक रूप से स्थायित्व प्रदान करेगा। उन्होंने प्राचीन भारत की गाँव आधारित अर्थव्यवस्था का वर्णन करते हुए बताया कि कैसे प्राचीन काल मे लघु एवं कुटीर उद्योग समाज को आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करते थे। कार्यक्रम के सह समन्यवक डॉ मुहम्मद नईम ने बताया कि सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उद्यमिता को आर्थिक प्रोत्साहन दे रहा है, इसके अतिरिक्त उन्होंने बैंको से मिलने वाले ऋण व स्टार्टअप नीतियों के सापेक्ष प्राप्त होने वाले अनुदानों के विषय में चर्चा की। बुंदेलखंड महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉ जितेंद्र तिवारी ने कहा कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को उद्यमिता एवं कौशल विकास से सम्बंधित विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलता है वहीं राजकीय महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ अनुभा श्रीवास्तव ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिलाओं के भीतर प्रबन्धन व सामंजस्य की प्रतिभा जन्म से होती है, आज करोड़ों महिलायें अपने परिवार, बच्चों, गृहस्थी व नौकरी में सामंजस्य स्थापित कर आगे बढ़ रही हैं आवश्यकता है तो बस हार न मानने की। आर्यकन्या महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ अलका नायक ने कहा कि छात्रायें विभिन्न आयोजनों को संभालने में सिद्धहस्त हैं, इन्हें इवेंट मैनेजमेंट जैसे आधुनिक स्वरोजगार के अवसरों का लाभ उठाना चाहिए। इस अवसर पर डॉ रेणु सिंह, डॉ अजय यादव, डॉ रितेश पटेल, डॉ चन्दन सिंह, डॉ अभिनव दुबे आदि उपस्थित रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट
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