होलिका दहन को देखना पड़ सकता है भारी, ये लोग गलती से भी न देखें
फाल्गुन माह की पूणिर्मा तिथि को होलिका दहन किया जाता है. बता दे कि चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि को रंग खेला जाता है. इस दिन का न सिर्फ धार्मिक बल्कि आध्यत्मिक महत्व भी है. शास्त्रो के अनुसार होली को लेकर बहुत महत्वपूर्ण बातो का जिक्र किया गया है. होलिका दहन को लेकर मान्यता है कि तीन लोगो को होलिका दहन नही देखना चाहिए.
होलिक दहन अपने आप में एक कर्मकांड है. ऐसे में कुछ लोगो को होलिका दहन से दूर रहना चाहिए. भूलकर भी इन लोगो को होली अग्रि नही देखनी चाहिए.
नवजात बच्चे न देखें होली
होलिका दहन के समय कई नकारात्मक शक्तिया मौजूद होती हैं. ऐसे स्थित मे किंसी भी बच्चे को वहा पर ले जाना काफी नुकसानदायक हैं. इसलिए कहा जाता हैं होलिका दहन की अग्रि की परछाई से भी नवजात बच्चो को दूर रहना चाहिए. वरना उनके ऊपर कई नकारात्मक बाधाए बहुत जल्द असर कर सकती हैं
गर्भवती महिलाएं भी न देखे
होलिका दहन के समय पर वंहा पर अगर गर्भवती महिलाएं भी वहा मौजूद होती है.तो उन्हे दोष लग सकता है. और अगर ऐसा होता है. तो उसका असर उसके बच्चे पर भी पड़ता है. होलिका दहन पर निकलने वाली नकारात्मक शक्तिया मां और बच्चे दोनो पर प्रभाव डालती है.
नवविवाहित महिलाएं भी न देखे
नवविवाहित महिलाओं को भी शादी के बाद पहली होली नहीं देखनी चाहिए. इन सब के पीछे दो मुख्य कारण है पहली तो महिलाओ के ऊपरी बाधा का असर होना और दूसरा कारण नवविवाहित महिलाओ के लिए होलिका दहन अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि जलती हुई होली देखने से नवविवाहित महिलाओं के वैवाहित जीवन पर अशुभ असर देखनो को मिलता है. और इतना ही नही उनकी इच्छाए भी अधूरी रह जाती है.
ब्यूरो रिपोर्ट
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