गुरु प्रदोष व्रत के दौरान न करे ये गलतिया, शंकर जी हो जाएंगे नाराज

 

पंचाग के अनुसार ,माघ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जा रहा है। बता दे कि त्रयोदशी तिथि आज दोपहर 4 बजकर 27 मिनट से शुरु हो रही है।लेकिन प्रदोष काल में शिव की पूजा की जाती है। इसिलए आज ही प्रदोष का व्रत  रखना शुभ होगा। पंचांग के अनुसार सप्ताह के दिन के हिसाब से प्रदोष व्रत का नाम होता है। क्यो कि आज गुरुवार है होने के कारण गुरु प्रदोष कहा जाएगा।शिव जी और पार्वती की विधी-विधान से पूजा करने का विधान है।कहा जाता है कि माघ मास मे पडने वाले प्रदोष व्रत के दिन शिव की पूजा करने से हर व्यक्ति को हर तरह के कष्टो से छुटकारा मिलता है। गुरु प्रदोष  व्रत के दिन शिव की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरुरी होता है।

 गुरु प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त

गुरु प्रदोष व्रत 2 फरवरी को शाम 4 बजकर 25 मिनट से लेकर 3 फरवरी को शाम 6 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम सूर्यास्त से करीब 45 मिनट पहले और सूर्यास्त से करीब 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है।

 

गुरु प्रदोष व्रत में न करे ये गलतियां

. मांस- मदिरा से दूरी बनाकर रखे।

.बिना स्नान किए शिवलिंग को स्पर्श नही करना चाहिए।

.जो लोग गुरु प्रदोष व्रत को रख रहें है। वह लोग स्नान आदि करने के बाद साफ वस्त्र ही धारण करें।

शिव को हल्दी ,केतकी, सिंदूर, तुलसी,नारियल, पानी आदि नहीं चढाना चाहिए। इससे वे नाराज हो जाते हैं।

.गरु प्रदोष व्रत के दिन घर को गंदा न रखें। अच्छी तरह से साफ-सफाई करें।

. गुरु प्रदोष व्रत के दिन लहसुन प्याज जैसे तामसिक चीजो का सेवन न करें , तो अच्छा है।

Ankit Sah
Author: Ankit Sah

Freelance Web Editor in SamayBharat24x7

By Ankit Sah

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