राजधानी पटना के सिविल कोर्ट परिसर में एक बम के फटने से अफरा-तफरी मच गई। जिस बम में विस्फोट हुआ, उसे एक पुलिसकर्मी ही कोर्ट लेकर पहुंचा था। बस विस्फोट के हादसे में एक पुलिसकर्मी के घायल होने की भी खबर है जिसे आनन-फानन में पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। दूसरी ओर, कोर्ट में बम विस्फोट होते ही अभियोजन कार्यालय में धुंआ ही धुंआ हो गया। लोगों की भीड़ परिसर में जुटी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों कदमकुआं थाने की पुलिस ने पटेल छात्रावास में छापेमारी कर बम बरामद किया था। एफएसएल जांच के आदेश के लिए शुक्रवार की दोपहर दारोगा बम लेकर सिविल कोर्ट के अभियोजन कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान अचानक बम दारोगा के हाथ में ही फट गया। बम विस्फोट के बाद सिविल कोर्ट परिसर में अफरातफरी मच गई और अभियोजन कार्यालय में धुएं का गुबार छा गया। घटना की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी, बम निरोधक दस्ता व एफएसएल टीम व डॉग स्क्वॉयड दस्ता जांच के लिए मौके पर पहुंचा है। सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। बताया गया है कि बम को बतौर सबूत कोर्ट में लाया गया था। ताकि अभियोजन इसका सत्यापन करा सके, लेकिन उसी दौरान बम में धमाका हो गया। धमाके के बाद कोर्ट में अफरातफरी मच गई। धुआं छंटा तो पता चला कि बम को लाने वाले दारोगा घायल हो गए हैं। एकबारगी लोगों लगा कि कोर्ट में कोई बड़ी वारदात हुई है, लेकिन थोड़ी देर में पता चल गया कि ये कोई वारदात नहीं, बल्कि दुर्घटना थी। अभियोजन कोर्ट में हुए बम धमाके से कई सवाल खड़े हुए हैं। कहा जा रहा है कि पटेल छात्रावास से बरामद बम को सही तरीके से डिफ्यूज नहीं कराया गया था। इसी लापरवाही के चलते अभियोजन कार्यालय में अचानक बम तेज धमाके के साथ फट गया। पुलिस इन सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करने में जुट गई है।