अनदेखी से कूड़ेदान में बदली औषधीय गुणों से भरपूर पानी की बावड़ी।

मन्दसौर शहर के ठीक बीच कालाखेत क्षेत्र में एक बावड़ी है, जिसे लोग अक्काशाह की बावड़ी के नाम से जानते है। यह बावड़ी पानी से भरी रहती है और इस बावड़ी के पानी को लेकर यह मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति को दाद, खाज, खुजली से पीड़ित हो और वो इस बावड़ी के पानी से स्नान करे तो उसके रोग दूर हो जाते है।

यह बावड़ी धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व भी रखती है, इस बावड़ी के एक तरफ दरगाह है और दूसरी तरफ शिव-हनुमान मंदिर। लेकिन प्रशासन की अनदेखी और लापरवाही के चलते यह बावड़ी अब धीरे धीरे कूड़ेदान में बदलती जा रही है।