स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का शनिवार को परिणाम जारी हुआ, जिसमे मन्दसौर को 63 वा स्थान मिला है।
2020 में मन्दसौर 50 वे पायदान पर था , मतलब इस साल 13 स्थान नीचे आ गया है।

मन्दसौर नगर पालिका में 40 वार्ड है और नगर पालिका रिकॉर्ड में 700 सफाई कर्मचारी मतलब एक वार्ड में लगभग 17-18 सफाई कर्मचारी है।
पिछले 5 सालों में मन्दसौर नगरपालिका ने स्वच्छता के नाम पर 25 करोड़ रुपये खर्च किये मतलब औसतन 5 करोड़ प्रतिवर्ष सिर्फ सफाई के लिए खर्च हुआ।
इसके बाद भी स्वच्छ्ता की रैंकिंग में मन्दसौर पिछड़ गया।

नेतृत्व विहीन मन्दसौर नगरपालिका में अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही के चलते पैसा तो पानी की तरह बहाया गया लेकिन साफ-सफाई हो नही पायी।

शहर में कचरों के ढेर और गंदगी के नज़ारों से ये साफ पता चलता है कि स्वच्छ भारत अभियान के मुद्दे पर मन्दसौर नगरपालिका प्रशासन कितना सक्रिय है।