प्रधानमंत्री के तीन कृषि कानून वापसी लेने के ऐलान के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर हलचल तेज हो गई है। यहां कुछ लोग जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं । वहीं भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के मुताबिक यह कोई हार या जीत का मसला नहीं था क्योंकि हम अपने देश के लोगों से ही बात कर रहे थे।

भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के मुताबिक आंदोलन के दौरान कई ऐसे मामले आए जिन पर सरकार से बात होनी जरूरी है। कृषि कानून तो वापसी करने का ऐलान प्रधानमंत्री ने कर दिया है लेकिन यह संसद सत्र के दौरान ही होना संभव हो पाएगा। साथ ही आंदोलन के दौरान जिन किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं उसका क्या होगा। यह सब चीजों पर बात करने के बाद ही संयुक्त किसान मोर्चा व राकेश टिकैत इस बारे में कोई फैसला करेंगे।

आपको बता दें कि राकेश टिकैत और महाराष्ट्र के पालघर में एक पंचायत को संबोधित करने वाले हैं। अब देखना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एलान के बाद किसान कब तक घर वापसी करते है