मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के एक गांव में दशहरे पर राम और रावण सेना के बीच युद्ध होता है.

इस युद्ध में रावण की नाक पर मुक्का मारने वाला व्यक्ति विजेता घोषित किया जाता है.

मन्दसौर जिले के गांव धमनार में सालों से एक अनोखी परंपरा चली आ रही है. दशहरे के दिन यहां पर राम और रावण सेना के बीच जमकर मुकाबला होता है. इस मुकाबले में विजेता सिर्फ वही बनता है जो सबसे बचते हुए रावण की नाक पर मुक्का मार सके.

दरअसल, यहां पर रावण की कई फीट ऊंची एक प्रतिमा बनी हुई है. हर साल दशहरे पर एक विशेष प्रतियोगिता के लिए गांव के युवा दो टीमों में बंट जाते हैं. इनमें से एक बनती है राम की सेना और दूसरी रावण की.

ये दोनों सेनाएं आपस में मुकाबला करते हुए रावण की प्रतिमा पर चढ़कर उसकी नाक पर मुक्का मारने का प्रयास करती है. इसमें राम की सेना को रोकने के लिए रावण सेना जलते हुए टोपले और कंडे फेंकती है.

इनसे बचते हुए भी जो युवा मूर्ति पर चढ़कर रावण की नाक पर मुक्का मारने में सफल हो जाता है. उसे ही विजेता घोषित कर इनाम दिया जाता है. इस युद्ध के साथ ही सेवइयां गाकर राम-रावण सेना के बीच वाकयुद्ध भी होता है और उसके विजेता को अलग से पुरस्कृत किया जाता है.