राजेश सोनी-अमेठी

समाजवादी पार्टी के मुखिया के गिरफ्तारी से जिले के सपाइयों में काफी आक्रोश है। जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में सपा कार्यालय से पैदल निकल कर कलेक्ट्रेट में राज्यपाल को सम्बोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन अपर जिलाधिकारी अमेठी को सौंपा गया।मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता, दोषियों को गिरफ्तार कर जेल विदित हो कि विगत दिवस केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा टेनी के द्वारा किसानों गाड़ी से कुचलकर मार डाला था। जिसके बाद में हुई हिंसा से आधा दर्जन से अधिक लोग पत्रकार सहित मारे गये। जिस पर शोक संवेदना प्रकट करने सपा मुखिया आज मृतक किसान के परिजनों से मिलने लखीमपुर जाने वाले थे। परन्तु सरकार की तानाशाही व अड़ियल रवैये के कारण सुबह से ही उन्हें घर में बंधक बना दिया गया। तथा घर के बाहर पुलिस बल तैनात कर छावनी में तब्दील कर दिया।

घर से बाहर निकलने पर उन्हें समर्थकों के संग गिरफ्तार कर लिया। मुखिया की गिरफ्तारी की खबर जिले में आग की तरह फैलते जिले के सपा के कार्यकर्ता व पदाधिकारी आक्रोशित होकर रोड पर उतर पड़े। समाजवादी पार्टी कार्यालय जिला मुख्यालय गौरीगंज में इकट्ठा हुये। जिलाध्यक्ष राम उदित यादव की अगुवाई में सपाइयों का दल सपा कार्यालय से लगभग 5 किमी पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुँचा। सपाइयों के चहलकदमी से जिला प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगा। कर्मियों ने कलेक्ट्रेट का मुख्य द्वार बंद कर दिया। गुस्साये सपाइयों ने गेट खोलकर अन्दर प्रवेश किया। जिलाध्यक्ष ने अपर जिलाधिकारी एस पी सिंह व ए एस पी को।

राष्ट्रपति को सम्बोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपा, जिसमें मृतक के परिजनों को 2 करोड़ आर्थिक सहायता, केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा व उपमुख्यमंत्री को बर्खास्त करने तथा दोषियों को आईपीसी की धारा 302 के तहत जेल भेजने की मांग की है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि सपा मुखिया को जल्द रिहा किया जाय। यह सरकार प्रदेश में तानाशाही चला रही है। सरकार जनता की आवाज दबाने का कार्य किया जा रहा है। इस वजह से राष्ट्रीय अध्यक्ष को लखीमपुर खीरी में मृतक किसान के परिजनों के घर जाने से रोका जा रहा है। सरकार का यह अड़ियल रवैया देश व प्रदेश की जनता देख रही है। जो 2022 के चुनाव में इस सरकार जनाजा निकालकर दफन कर देगी। इस मौके पर गिरीश यादव, मनीराम वर्मा, बबलू, लालजी, प्रदीप यादव, पिन्टू यादव, लईक अहमद, चन्द्रशेखर यादव, रामकेवल यादव, रचना कोरी, मीना सिंह, बिमलेश सरोज आदि सहित सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।