मेहुल राठोड-संवाददाता

मुंद्रापोर्ट ड्रग्स मामले में और एक नया मोड़ पता चला कि ड्रग्स की खेप अफगानिस्तान से आई थी,श्रीलंका पुलिस ने गुजरात ATS . से संपर्क किया गुजरात मुंद्रा बंदरगाह पर जब्त की गई नशीली दवाओं के मामले में कई नए खुलासे हो रहे हैं। भारत के इतिहास में 21,000 करोड़ रुपये की सबसे बड़ी मात्रा में ड्रग्स गुजरात से जब्त किया गया है, जिसे एन.आई.ए, ए.टी.एस. और ई.डी. की जांच में जब्त किया गया है।

सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार पूरे मामले में यह बात सामने आई है कि ईरानी आरोपी ने श्रीलंका को भी ड्रग्स भेजा है जिसमें श्रीलंकाई पुलिस ने गुजरात ए.टी.एस. से संपर्क किया है। इस मामले में रडार पर चल रहे चेन्नई दंपत्ति को भी जुलाई में ड्रग्स का ऑर्डर देते हुए पाया गया है। पूरे मामले में चेन्नई के एक दंपति और अफगानिस्तान के एक ड्रग माफिया की भूमिका अहम् बताई जा रही है। जिसमे अमित दिल्ली का रहने वाला है। इसके अलावा इस बात का खुलासा हुआ है कि इस काले धंधे में कस्टम हाउस के एक एजेंट की भी भूमिका है जिसका नाम कुलदीप सिंह है।

अब तक की सबसे बड़ी मात्रा में ड्रग्स जब्त
डी.आर.आई. ने मुंद्रा बंदरगाह पर इन दवाओं की एक मात्रा को जब्त किया था जिसकी कीमत 21,000 करोड़ रुपये थी। अरबों करोड़ के इस काले कारोबार में ईडी भी जाच मे सामिल हो गई है। 21,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स की जब्ती भारत के इतिहास की पहली घटना है और अब पूरे देश की नजर इस मामले पर है।

पाकिस्तान की ओर सक की सुई
जहां सरकार की नाक के नीचे हजारों किलो ड्रग्स की तस्करी गुजरात में की गई है, वहीं भारत को नशा देने में पाकिस्तान का भी हाथ हो सकता है, जबकि आई.एस.आई जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। कनेक्शन की जांच अब मुंद्रा से गांधीधाम, दिल्ली, मांडवी, चेन्नई और अहमदाबाद तक पहुंच गई है। निकट भविष्य में जांच के बाद कुछ नए नामों के सामने आने की संभावना है।

अदाणी समूह ने दी सफाई
मुंद्रा पोर्ट का संचालन करने वाली अदानी पोर्ट कंपनी ने ड्रग्स की जब्ती पर बयान जारी कर कहा है कि खुफिया विभाग निदेशालय द्वारा बड़ी मात्रा में ड्रग्स को जब्त किया गया है जिसके लिए वे आभारी हैं। कंपनी ने कहा कि हमारा काम सिर्फ पोर्ट को ऑपरेट करना है और हम इसकी जांच नहीं करते हैं। हम बंदरगाह के प्रबंधन के लिए काफी मेहनत करते हैं। कंपनी ने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रहे झूठे प्रचार पर रोक लगनी चाहिए।

कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सवाल किया कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का पद पिछले 18 महीने से क्यों खाली है। गुजरात से आने वाले पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस ड्रग सिंडिकेट को क्यों नहीं तोड़ पा रहे हैं? खेड़ा ने दावा किया कि पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान द्वारा गुजरात तट पर ड्रग्स की तस्करी की गई है और यह मार्ग उनका पसंदीदा बन गया है। खेड़ा ने बहुत गंभीर आरोप लगाया कि 10 कंटेनर में ड्रग्स को जाने दिया जाता है और 1-2 को जब्त कर लिया जाता है ताकि लोगों को लगे कि एजेंसियां काम कर रही हैं।
जब कि अभीतक गुजरात सरकार द्वारा या किसी मंत्री ने इस बारे मे कोई भी बयान नहीं दिया है।