तमिलनाडु के संथमपडी गांव में एक छात्रा कनिमोझी ने कथित तौर पर इस डर से आत्महत्या कर ली कि वह एनईईटी में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम नहीं थी।

तमिलनाडु प्लस टू की परीक्षा में 600 में से 562 अंक हासिल करने वाली एक छात्रा कनिमोझी ने अरियालुर जिले के संतमपडी गांव में कथित तौर पर इस डर से आत्महत्या कर ली कि वह राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएगी।

उसने सोमवार शाम को यह चरम कदम उठाया।वकील दंपति करुणानिधि और विजयलक्ष्मी की बेटी कनिज्मोझी ने कथित तौर पर अपने माता-पिता से कहा था कि वह नीट में अपने प्रदर्शन से नाखुश हैं।

अरियालुर पुलिस अधीक्षक के कार्यालय ने आईएएनएस को बताया कि लड़की ने सोमवार शाम को यह चरम कदम उठाया जब माता-पिता एक शादी समारोह में गए थे। पुलिस ने कहा कि माता-पिता दोनों ने उसे पूरा समर्थन दिया था लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह प्रवेश परीक्षा में प्रदर्शन से नाखुश थी। धारा 174 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

रविवार को नीट परीक्षा से कुछ घंटे पहले आत्महत्या करने वाले 19 वर्षीय छात्र धनुष के बाद तमिलनाडु में आत्महत्या का यह दूसरा मामला है।पिछले कुछ वर्षों में नीट परीक्षा के कारण अरियालुर जिले में यह तीसरी मौत है, 2017 में अनीता और 2020 में विग्नेश की मृत्यु हुई।द्रमुक ने सोमवार को तमिलनाडु विधानसभा में नीट के खिलाफ एक विधेयक पहले ही पारित कर दिया है।