पथरी और मधुमेह रोगियों के लिए अमृत है करेला, करेला रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के साथ ही त्वचा रोगों में बहुत लाभकारी होता है, इसके सेवन से उल्टी, दस्त और हैजा की बीमारी मे राहत मिलती है इसी के साथ ही यह पथरी और मधुमेह के रोगियों के लिए अमृत से कम नही है, करेले मे विटामिन ए, सी प्रचुर मात्र मे पाया जाता है,

उपरोक्त बाते स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के एम ई डी पी प्रशिक्षण में आचार्य नरेंद्र देव कृषि और प्रोद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या से संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र हैदर गढ की गृह वैज्ञानिक ड़ॉ रेनू सिंह ने कही, विदित हो की उपरोक्त प्रशिक्षण ओंकार सेवा संस्थान द्वारा नबार्ड के सहयोग से शुकुल बाजार मे संचालित है,

आज के प्रशिक्षण मे महिलाओं को करेला का आचार और मिर्च तथा नींबू का मिश्रित आचार बनाना सिखाया, हरी मिर्च और नींबू का मिश्रित आचार बिना तेल के और झट पट तैयार होने वाला आचार है यह पेट के रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद आचार है यह गैस, अपच, अफारा को दूर करने मे सहायक है इसको हम नाश्ते के साथ ही समोसे के साथ ही खा सकते है,

कार्यक्रम समन्वयक सुर्य कुमार त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा की प्रशिक्षण का उद्देशय स्वयं सहयता समूह की महिलाओं को कुटीर उद्योग के माध्यम से अपनी आमदनी बढ़ा सके जिससे उनके आत्म विश्वास में वृद्धि हो सेक और समाज वे सम्मान पूर्वक जी सकें और रास्ट्र के निर्माण मे अपना योगदान दें सके,

प्रशिक्षण मे आ रही अधिकांश महिलायें स्वयं का व्यवसाय करने का मन बना चुकी है जिसमे संस्था उन्हे पूरा सहयोग प्रदान करेगी और बिक्री मे भी उनका सहयोग करेगी आज के प्रशिक्षण मे नेहा, अपर्णा, रेनू, रश्मि मिश्रा, शिम्पी शुक्ला, शिव कुमारी,उमा देवी ,तनु सहित चालीस महिलायें उपस्थित रही,