जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने जानकारी दी है, कि भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोरोना संक्रमण के नाक से दिये जा सकने वाले पहले टीके को दूसरे और तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के लिए विनियामक की स्वीकृति मिल गई है.

इस दौरान डीबीटी ने बताया कि पहले चरण का क्लीनिकल परीक्षण 18 साल से 60 साल के आयुवर्ग के समूह में पूरा हो गया है. आपको बता दें, भारत बायोटेक का नाक से दिया जाने वाला इन्ट्रानेजल टीका पहला नेजल टीका है जिसे दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण के लिए नियामक की स्वीकृति मिल गई है.’ यह इस प्रकृति का पहला कोरोना टीका है जिसका भारत में मनुष्य पर क्लीनिकल परीक्षण होगा.