संसद में पेगासस जासूसी कांड, कृषि सुधार के कानूनों और महंगाई सहित अनेक कई मामलों को लेकर के दोनों सदनों में विरोधी निरंतर विद्रोह कर रहे है। इसी बीच लोकसभा की कार्यवाही को अनियत अवधि तक के लिए और हंगामे के कारण राज्यसभा को दोपहर 12 बजे तक स्थगित किया गया है।
वहीं, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू विपक्षी सांसदों के उपद्रव पर बोलते हुए भावावेश हो गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि कल इस सदन की सारी शुद्धता खंडित हो गई। आज लोकसभा में पारित 127वां संविधान संशोधन विधेयक को राज्यसभा से भी पारित किए जाने की आशा है।
बता दें, इसमें राज्यों को अन्य पिछड़ा वर्ग की अपनी सूची बनाने का हक बहाल किया गया है। लगभग सरकार के सभी मुख्य विधेयक पारित हो चुके हैं, जो कुछ बच गए हैं वो राज्यसभा में बुधवार को पारित हो जाएंगे।