उत्तराखंड में इस साल कोरोना महामारी के दौरान कांवड़ यात्रा की इजाजत नहीं दिए जाने जाने का निर्णय किया गया है. इसके चलते अगर कोई कांवड़ यात्री हरिद्वार में प्रवेश करता है, तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी और उसे 14 दिन अलग जगह में रखा जाएगा.

इस दौरान प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि बिजनौर और हरिद्वार की सीमा पर चिड़ियापुर में दोनों राज्यों की संयोग समिति की बैठक हुई. इस दौरान उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा पर पाबंदी को देखते हुए तय किया गया कि हरिद्वार में कांवड़ यात्रियों को प्रवेश करने से रोकने के लिए दोनों राज्यों की सीमा पर देख-भाल की जाएगी. साथ ही बैठक में यह भी तय किया गया कि नजीबाबाद तहसील और हरिद्वार के बीच सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे.