जहां लोग करोना वायरस की दूसरी लहर में अपनों की जान बचाने की जदो-जहद कर रहे थे तो वही कुछ लोगों ने इस आपदा पर जम कर अवसर तलाशे। कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में भी स्टाफ ने इस काल में मरे हुए मरीजों के नाम पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी की। बता दें इस मामले ने तूल पकड़ा और शासन तक बात पहुंची। इसके बाद जाँचो के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई भी शुरू हो गई है। जांच कर रही कमेटी ने अपनी जांच में लगभग डेढ़ सौ कर्मचारियों की इस मामले में लगा रखा है।
वही, कानपुर जिला अधिकारी आलोक तिवारी ने लिप्त कर्मियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिस पर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय काला ने कार्यवाही और जांच दोनों तेज कर दी हैं। पहली कार्यवाही में दोषी दो फार्मेसिस्ट व एक सिस्टर इंचार्ज सहित लगभग 35 स्थाई कर्मियों का 1 साल तक का इंक्रीमेंट रोक दिया गया है। वही लगभग 50 संविदा कर्मचारियों की बर्खास्तगी कर दी गयी है। मामले पर प्राचार्य डॉ संजय काला ने बताया कि सूची में लगभग डेढ़ सौ कर्मचारी है। जांच चल रही है 1 हफ्ते के अंदर दोषी कर्मचारियों को चुनकर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश हैं।