आषाढ़ अमावस्या का हिंदू धर्म में खास महत्व है. इस आषाढ़ अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या भी कहा जाता है. माना जाता है कि आषाढ़ मास के अंत में ही वर्षा ऋतु की शुरुआत हो जाती है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और पितरों का तृप्त  किया जाता है.

आपको बता दें, आषाढ़ अमावस्या कल है और इसी दिन अमावस्या व्रत रखा जाता हैं. अमावस्या तिथि कल सुबह 05 बजकर 15 मिनट से शुरू होगी और 10 जुलाई को समाप्त हो जाएगी. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन पितरों की आत्मा को शांति देने के लिए तर्पण भी किया जाता है.

अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान करना खास माना जाता है. स्नान के बाद नदी में सूर्य को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण किया जाता है. इस दिन गरीबों को भोजन कराना बहुत उत्तम व पवित्र  माना जाता है. आषाढ़ अमावस्या के दिन गरीबों को भोजन कराने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. कहा जाता कि ऐसा करने से जीवन की कठिनाइया खत्म होती हैं और कष्ट दूर होते हैं. इसके अतिरिक्त इस दिन शक्कर का दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा होती है,