एक तरफ सूबे की सरकार व केंद्र सरकार लाख जतन करे बच्चों और नाबालिगों के हित मे लेकिन जब जिला स्तर पर सरकारी नुमाइंदे ही सरकार की योजना को ठेंगा दिखाए तो कोई क्या कर सकता है , मामला है नन्हे हाथों में सरकारी कॉपी कलम की जगह सरकारी झाड़ू और सरकारी कूड़े की गाड़ी , नगर पंचायत बिधूना में साफ सफाई के लिए नाबालिगों से करवाया जाता है सड़को की सरकारी साफ सफाई , सफाई नायक के द्वारा स्वयं लगाईजाती है ड्यूटी व करनी पड़ती है नाबालिगों से बालश्रम , सरकारी नगर पंचायत के सरकारी कर्मी स्वयम उड़ा रहे बाल श्रम कानून की धज्जियां , जबकि पूरे मामले में खुद अधिकारी द्वारा सख्त नियमो की हिदायत व जानकरी भी दी गई लेकिन कार्यवाही होगी भी तो जांच के बाद ।
यूपी के औरैया जनपद के बिधूना नगर पंचायत द्वारा पंचायत क्षेत्र में सड़कों व गलियों की साफ सफाई के लिए सफाई कर्मचारियों की तैनाती की है लेकिन सफाई कर्मचारी की जगह नाबालिग बच्चे हाथों में झाड़ू लिए सड़कों पर झाड़ू मारते व अपने हाथों से गंदे कूड़े को भरकर हाथ वाली गाड़ी से खींचते नजर आ रहे है ।
नाबालिग बच्चे के पिता ने बताया कि ड्यूटी जाते समय तबियत खराब होने की जानकारी सफाई नायक को बताई गई लेकिन सफाई नायक द्वारा उसके बच्चों को जबरन सफाई करने के लिए ड्यूटी पर लगा दिया और सफाई करवा रहे है ।
वही इस वीडियो के सामने आ जाने के बाद अधिशाषी अधिकारी द्वारा स्वयं बताया गया कि बच्चों के लिए सख्त नियम और कानून बने है लेकिन जानकरी के बाद भी सिर्फ स्पस्टीकरण मांगने व वीडियो की जांच करने की बात कही गई ।