उत्तर प्रदेश सरकार भले ही महिला सुरक्षा के लिए थानों में महिला डेस्क बना कर महिलाओ से संबंधित मामलों को हल करने के दावे कर रही है।मगर कानपुर पुलिस की कार्यप्रणाली ठीक इसके विपरीत ही नजर आ रही है।यूपी पुलिस में तैनात एलआईयू में तैनात सब इंस्पेक्टर का परिवार घर के सामने रहने वाले पिता-पुत्र के अश्लील इशारों और हरकातो से तंग आकर अपने ही घर मे कैद होने को मजबूर हो गए है।गोविंद नगर थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने अश्लिल इशारे करने वालो पर कोई कार्यवाही नही कर रही है। पीड़ित सब-इंस्पेक्टर की पत्नी का आरोप है कि उन्होंने छः महीने से घर से निकलना ही बंद कर दिया है। आप समझ सकते है कि जब पुलिस कर्मी की पत्नी की शिकायत पर पुलिस कार्यवाही नही कर रही है तो आम लोगो की शिकायत पर कितनी कार्यवाही होती होगी इसका भगवान ही मालिक है।

तो चलिए अब आपको बताते है कि पूरा मामला गोविंद नगर थाना क्षेत्र के दबौली इलाके का है जहाँ यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कानपुर एलआईयू में तैनात है।सब-इंस्पेक्टर की पीड़ित पत्नी के मुताबिक पिछले छः सालो से पति-पत्नी और तीन बच्चो के साथ रहती है।पीड़िता ने बताया कि उनके घर के सामने के मकान में रहने वाले लगभग 50 वर्षीय लाला शुक्ल और उनका बेटा रोहित पिछले छः महीने से जैसे ही वो अपने छज्जे पर खड़ी होती है तो पिता-पुत्र अश्लील हरकतें करते है।जिसका कईबार उन्होंने विरोध किया तो मारपीट और झगड़े पर उतारू हो जाते है।पीड़िता महिला ने अधेड़ के द्वारा अश्लीलता करने का अपने मोबाइल कैमरे से वीडियो भी बना लिया है।जिसके बाद उन्होंने गोविंद नगर थाना पुलिस के पास जाकर अपने साथ हो रही घटना से अवगत भी कराया मगर पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की।जिसके बाद लगातार उनके साथ इस तरह की अश्लील हरकत लगातार जारी हैं।

पीड़िता ने बताया कि 4 जून को पति के साथ गोविंद नगर थाने में उन्होंने अश्लीलता करने वाले पिता पुत्र समेत पूरे परिवार के खिलाफ धारा 354(ग),452,147,323,504,506,छेड़छाड़, मारपीट,और गाली गलौज का मुकदमा दर्ज कराया था।गोविंद नगर पुलिस ने महिला की तहरीर पर मुकदमा तो दर्ज कर लिया परंतु 20 दिन बीत जाने के बाद भी सब-इंस्पेक्टर की पत्नी के द्वारा लिखाये गए मुकदमे पर पुलिस ने किसी की भी गिरफ्तारी नही की।जिसके बाद दरोगा की पत्नी ने कार्यवाही न होने के चलते घर से पूरी तरह से निकलना ही बंद कर दिया है।सब-इंस्पेक्टर की पत्नी अश्लीलता से इतना तांग आ चुकी है कि वो मीडिया के कैमरे पर भी सामने आकर बोलने से डर रही है।पीड़िता ने घर के भीतर जगले पर ही खड़े होकर अपने साथ हुई घटना का दर्द बया किया है।पीड़िता का कहना है कि अश्लीलता करने वाले दबंग है जो उनके और उनके पति के साथ कभी भी कोई घटना कर सकते है।अपनी सुरक्षा के लिए उन्होंने घर मे सीसीटीवी कैमरे भी लगवा दिए है।

बाइट:-पीड़िता-शिकायतकर्ता

अब ऐसे में एक बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के कार्यकाल में एक पुलिस कर्मी और उनकी पत्नी ही न्याय के लिए भटक रही है।वो भी तब जब कानपुर दक्षिण डीसीपी एक महिला है और उन्हें शहर भर की महिला सुरक्षा और महिलाओं से संबंधित मामलों को हल करने के लिए प्रबल-प्रहार अभियान शुरू किया गया है जिसके तहत महिलाओ से संबंधित मामलों का निस्तारण किया जाना है।मगर उंसके बाद भी दरोगा की पत्नी को न्याय नही मिल रहा है ?