खबर उन्नाव से , जहाँ मोबाइल ठीक कराने गई युवती की मोबाइल दुकानदार ( युवक ) से बातचीत शुरू हो गई, कुछ ही दिनों में दोनों की दोस्ती मोहब्बत में परवान बदल गई तो दोनों ने एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसम खा ली और चोरी चुपके एक दूसरे से मिलने लगे और जाति का बंधन भी टूट गया। दलित युवती प्रेमी से ही शादी करने की मांग पर परिजनों से अड गई । इंटर कास्ट मैरिज को लेकर लड़के के परिजन एकमत नहीं थे। मामला पुरवा कोतवाली पुलिस पहुंचा तो इंस्पेक्टर ने दोनों परिवारों को कोतवाली में बुलाकर काउंसिलिंग की। जिस पर दोनों परिवार शादी को राजी हो गए । पुलिस ने थाने में ही दोनों की शादी करवा दी । पुलिस के प्रयास की हर तरफ सराहना की जा रही है । वहीं एक चर्चा यह भी है कि युवती के गर्भवती होने पर प्रेमी के परिजनों को थाने पर बुलाया गया । जहां दोनों परिवारों की रजामंदी पर पुलिस ने शादी करवा दी।
पुरवा कोतवाली क्षेत्र के गढ़ा कोला गांव के रहने वाले दलित राजकुमार की बेटी रश्मि एक साल पहले गांव के ही रहने वाले नितेश पटेल की मोबाइल शॉप पर मोबाइल सही कराने गई थी। पहली ही मुलाकात में दोनों को मोहब्बत हो गई । कुछ ही दिनों में मोहब्बत इतना परवान चढ़ गई की दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खा ली । जैसे जैसे दिन गुजरते गए दोनों में नजदीकियां बढ़ती गई । इस बीच युवक ने चोरी से युवती को मोबाइल देकर उससे बात करने लगा। 4 दिन पहले परिजनों ने लड़की के पास से मोबाइल मिलने पर जमकर फटकार लगाई । जिस पर लड़की ने परिजनों को सच्चाई बताने के साथ ही पुरवा पुलिस को मामले की जानकारी दी। वहीं युवती प्रेमी से ही शादी करने की जिद पर अड़ी रही । मंगलवार को पुरवा कोतवाली इंस्पेक्टर अजय त्रिपाठी ने दोनों परिवार के परिजनों को कोतवाली में बुलाकर कई घंटे तक काउंसिलिंग की । पुलिस ने युवती के पिता को सुरक्षा को लेकर आश्वस्त किया । वहीं युवक के परिजन लड़की के दलित परिवार से होने पर सामाजिक भय से पीछे हट रहे थे । इंस्पेक्टर व सीओ पुरवा के समझाने पर प्रेमी व प्रेमिका के परिवार शादी को लेकर राजी हो गए, पुरवा पुलिस ने कोतवाली परिसर में बने शिव मंदिर में ही रश्मि व नितेश पटेल की शादी करा दी । दोनों वैवाहिक जीवन में बंध गए । प्रेमी ने प्रेमिका को जीवन भर साथ निभाने को संकल्प दिया, वहीं लड़की के पिता ने बेटी की सुरक्षा को लेकर पुलिस से अपनी बात रखी । पुलिस के प्रयास को खूब सराहा जा रहा है ।