बस्ती डीएम आवास के बाहर अचानक ग्रामीणों द्वारा शव रख कर प्रदर्शन से हड़कंप मच गया, डीएम आवास पर शव रख कर प्रदर्शन की सूचना पर एसडीएम, सीओ समेत भारी संख्या में पुलिस पहुंच गई, एसडीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीण माने और शव को गांव ले गए, मामला एक महीने पुराना है चुनावी रंजिश में कलवारी थाना के उमरिया गांव में दो पक्षों में जम कर मार पीट हुई थी, कई लोग घायल हुए थे, मृतक का एक महीने से इलाज चल रहा था, इलाज के दौरान उस की मौत हो गई, मौत की सूचना के बाद ग्रामीण इकट्ठा होकर शव लेकर डीएम आवास पहुंच कर प्रदर्शन करने लगे, परिजनों ने पुलिस पर उचित धाराओं में मुकदमा न लिखने का आरोप लगाते हुए मुकदमे की धारा बढ़ाने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की, एसडीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीण शव हटाने के लिए राजी हुए, आप को बता दें एक महीने पहले मार पीट के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था, एसओ का कहना है कि कुछ लोग जेल गए थे और जमानत पर बाहर हैं,